अलग-अलग गुट में चले
शुक्रवार दोपहर दो बजे से किला मैदान से रैली प्रारंभ हुई। इसमें पूर्व राज्यसभा सदस्य विजयलक्ष्मी साधौ, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव रवि जोशी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष झूमा सोलंकी, भगवानपुरा विधायक विजयसिंह सोलंकी अपने-अपने समर्थकों के साथ अलग-अलग समूह में चल रहे थे। इसके साथ ही सचिन यादव अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी करते चल रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं व नागरिकों को फोल्डर वितरित किए जा रहे थे। इनमें नोटबंदी के बाद देशभर में बने विपरीत आर्थिक हालातों का जिक्र किया गया था।
पहले नारेबाजी फिर मारपीट
मंच पर पहले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तोताराम महाजन ने संबोधित किया। इसके बाद विजयलक्ष्मी साधौ ने उद्बोधन दिया व साधौ के संबोधन के बाद सचिन यादव ने माइक थाम लिया। इस दौरान मंच पर ही रवि जोशी भी खड़े रहे। यादव के भाषण के दौरान जोशी समर्थकों ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया। वे जोशी को माइक देने की मांग करने लगे। इस बीच नारेबाजी करने वाले समर्थकों को समझाइश भी दी गई, लेकिन नारेबाजी जारी रही। यह देखकर यादव समर्थक भी उत्तेजित हो गए और कार्यकर्ता आपस में गुत्थमगुत्था हो गए। लात-घूसे चलने लगे व देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान आस-पास खड़े दोपहिया व पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पलट दिए गए। कांग्रेस नेता कार्यकर्ताओं की मनुहार करते रह गए, लेकिन मारपीट नहीं रुकी। इसके बाद यादव ने भाषण बंद किया व मंच से नीचे उतर आए। इस दौरान विजयलक्ष्मी साधौ भी तैश में आ गई और हंगामा करने वालों को उन्होंने भी धकियाया। मंच पर भगवानपुरा विधायक विजयसिंह सोलंकी को नहीं बुलाने से उनके समर्थकों में भी नाराजी थी। इसके बाद सभी कलेक्टोरेट पहुंचे यहां राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन कलेक्टर अशोक वर्मा को सौंपा गया। इधर मारपीट में घायल कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतीक पंवार को जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है।