
Narmada water flows on the arrival of water;
खरगोन.
सैकड़ों एकड़ सूखे खेत और पानी के लिए तरसते लोगों के सपनों को तब पंख लगे, जब उनके गांव में नर्मदा का पानी पहुंचा। ग्रामीण खुशी से झूम उठे। आतिशबाजी कर उत्सव मनाया गया। नर्मदा मैय्या की जय... और नर्मदे हर के जयघोष गूंजने लगे। यह नजारा था बुधवार को जिला मुख्यालय से करीब १५ किमी दूर ग्राम पिपरी का। खरगोन उद्वहन सिंचाई योजना के तहत तीसरे चरण के अंतिम छोर पिपरी तालाब (बीआर थ्री) में बुधवार को नर्मदा का पानी पहुंचा। यहां नर्मदा की अगुवानी केे लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहले से मौजूद थे। राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने नर्मदाजी का पूजन किया। ग्रामीण हाथ जोड़कर पानी ही लेट गए। महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। यह खुशी इसलिए थी कि अब क्षेत्र में पानी से खेतों की सिंचाई हो सकेगी। हालांकि पानी छोड़े से खरगोन के समीप सोनीपुरा, बलवाड़ी सहित आसपास के कुछ गांवों में पाइप लाइन के लीकेज होने से किसानों के खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गई।
सवा दो घंटे करना पड़ा इंतजार
पिपरी में तालाब तक पानी आने के लिए सवा दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा। सुबह १० बजे राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार द्वारा नर्मदाजी के पूजन का कार्यक्रम तय हुआ था। यहां १२ बजकर २० मिनट पर पानी आया। हालांकि इंतजार से ज्यादा पानी आने की खुशी थी। नर्मदा को ग्रामीणों द्वारा १०० मीटर लंबी चुनरी औढ़ाई गई। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। तालाब से पिपरी स्थित अंबिका माता मंदिर तक कलश यात्रा निकाली गई।
बरसों पूरा सपना पूरा हुआ: पाटीदार
निमाड़ क्षेत्र में कुछ गांव अब भी ऐसे है, जहां पानी की कमी है। इस क्षेत्र में ३ से ४ साल में सूखा पड़ जाता है। वर्षों से किसान सूखे की समस्या झेल रहे थे। अब नर्मदा के पानी से खेतों की सिंचाई होगी। इसकी खुशी है। आज बरसों पूरा सपना पूरा हुआ। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए यह बात खरगोन विधायक व राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने कही। पाटीदार ने कहा कि डेढ़ से दो महीने में तक लगातार पानी डालने के बाद तालाब भर जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री को बुलाकर नर्मदा का पूजन कराएंगे।
खरगोन शहर व १५२ गांवों में मिलेगा पानी
राज्यमंत्री ने कहा कि इस महत्ती योजना में खरगोन शहर सहित १५२ गांवों को पीने के लिए पानी भी मिलेगा। साथ ही ३३१४० हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। पिपरी डेम से खरगोन तक पाइप डालकर नर्मदा का पानी कुंदा नदी में डाला जाएगा। जहां बैराज के माध्यम से पानी शहर में सप्लाई होगा।
ऐसे रहा उत्साह
-सुबह ०८ बजे से ही डेम के लिए छोड़ा गया पानी।
-१० बजे डेम पर पहुंचने लगे लोग।
-११ बजे महिलाएं पहुंची। नर्मदाजी के भजन गाए।
-११.३० बजे राज्यमंत्री का काफिला पहुंचा।
-१२.२० बजे डेम में आया पानी।
और इधर... लीकेज से तालाब बने खेत
जिस समय पिपरी डेम में नर्मदा के आने का इंतजार हो रहा था, उसी दौरान बीआर-२ के अंतर्गत सोनीपुरा, बलवाड़ी व आसपास के गांवों में पाइप लाइन के लीकेज से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। लीकेज के चलते कई किसानों के खेत तालाब बन गए और खड़ी फसलें जलमग्न हो गई।
Published on:
20 Feb 2018 02:46 pm
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