सोशल मीडिया बना फर्जीवाड़े का साधन
स्वर्ण व्यवसायी श्रवण कुमार सोनी ने कहा कि सोशल मीडिया जालसाजों के लिए फर्जीवाड़े का साधन बन गया है। अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर फेसबुक और व्हाट्सएप आदि पर आकर्षक प्रलोभन देकर प्रचार किया जाता है। फायदेमंद ऑफर देखकर लोग जल्दी इनके झांसे में आ जाते हैं। इस दौरान ग्राहक को पहले पूरा विश्वास दिलाने के बाद राशि का अग्रिम भुगतान करने को कहा जाता है। जब तक पूरा मामला ग्राहक को समझ में आता है तब तक वह ठगी का शिकार हो चुका होता है और अपना नुकसान कर बैठता है।
सतर्क रहना बहुत जरूरी
स्वर्ण व्यवसायी ने बताया कि हाल ही बड़ाबाजार के एक कारोबारी के साथ ऐसी घटना हुई थी जिसमें पीडि़त ठगी का शिकार हो गया। इस सम्बंध में कारोबारी ने थाना में शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन, अभी तक उसका निवारण नही हुआ। बीमा एजेंट कौस्तुभ साहा ने कहा कि सामान की खरीदारी हो या भुगतान किसी भी तरह की ऑनलाइन प्रक्रिया में अब डर सा लगने लगा है। इस संबंध में एक निजी बैंक के उच्च अधिकारी ने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग अथवा पेमेंट करते समय उपयोगकर्ता का सतर्क रहना बहुत जरूरी है। ऐसी प्रक्रिया में वेबसाइट की अच्छी तरह से जांच करने के बाद और सिक्योर साइट से ही शॉपिंग की जानी चाहिए। वहीं भुगतान के लिए ओटीपी किसी से भी साझा नही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बैंक के नाम पर आने वाले मैसेज को भी ब्रांच में सम्पर्क कर उसकी सत्यता की पुष्टि करनी जरूरी है।