
बंगाल: कांग्रेस के बाद लेफ्ट ने भी दिया तृणमूल को झटका
कोलकाता. कांग्रेस के बाद वामदलों (लेफ्ट) ने भी रविवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को झटका दिया। वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने हाथ के साथ मिलकर चुनाव लडऩे का ऐलान किया। दरअसल सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती है। पार्टी के कई कद्दावर नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वहीं कई नाराज हैं। ऐसे में पार्टी ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस और वामदल का साथ मांगा था। दोनों ही पार्टियों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पहले ही गठबंधन की बजाय पार्टी का कांग्रेस में विलय करने की सलाह दी थी। अब वामदल ने भी टीएमसी को अपना जवाब दे दिया है। वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल को धार्मिक ध्रुवीकरण से बचाने के लिए हम भाजपा और टीएमसी के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमारे (कांग्रेस और वाम मोर्चा) के बीच कोई गलतफहमी नहीं है। हालांकि सीट बंटवारे पर अभी चर्चा होना बाकी है।
अधीर रंजन चौधरी ने प्रदेश में भाजपा के मजबूत होने के लिए सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि हमें तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन में कोई दिलचस्पी नहीं है। पिछले 10 सालों से हमारे विधायकों को खरीदने के बाद तृणमूल कांग्रेस को अब गठबंधन में दिलचस्पी क्यों है। अगर ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ लडऩे को इच्छुक हैं तो उन्हें कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए क्योंकि वही सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र देशव्यापी मंच है।
मांगा था कांग्रेस और वामदल का साथ
टीएमसी ने वाम मोर्चा और कांग्रेस से भाजपा की कथित सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का साथ देने की अपील की थी। पार्टी के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने पत्रकारों से कहा था कि अगर वाम मोर्चा और कांग्रेस वास्तव में भाजपा के खिलाफ हैं तो उन्हें भगवा दल की सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए।
Published on:
18 Jan 2021 11:39 pm
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