
बयान पर कायम राज्यपाल, आलोचकों को दिया यह जवाब...,बयान पर कायम राज्यपाल, आलोचकों को दिया यह जवाब...,बयान पर कायम राज्यपाल, आलोचकों को दिया यह जवाब...
कोलकाता. महाभारत के युद्ध में अर्जुन के बाणों में परमाणु शक्ति, संजय के पास दिव्यदृष्टि और रामायण में पुष्पक विमान के इस्तेमाल कहने की बात कर चर्चा में आए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ अपने बयानों पर अड़े हुए हैं।
बुधवार को उन्होंने कहा कि उनके बयान भारत के इतिहास और संस्कृति की सच्चाई है। हजारों वर्ष पूर्व रामायण और महाभारत के काल में भारत अपनी ताकत और क्षमता के लिए विश्व गुरु था। आगे भी इसका अनुकरण होता रहा तो भविष्य में भी भारत विश्व गुरु बन सकता है।
साथ ही उन्होंने यह भी दावा कि भारत के इतिहास और संस्कृति का अध्ययन करने वाले इस बात को कभी नकार नहीं सकते कि अर्जुन के बाणों में परमाणु शक्ति थी। वहीं संजय की दिव्यदृष्टि और रामायण के पुष्पक विमान का उल्लेख भी इससे जुड़े सभी साहित्यों में किया हुआ है। आलोचक लोगों की आलोचना कर सकते हैं लेकिन झुठलाना संभव नहीं।
मंगलवार को विज्ञान मेले के उद्घाटन मंच से उक्त बयान देने पर उनकी आलोचना शुरू हो गई थी। कई वैज्ञानिक व राजनेता उनके बयान की निंदा कर रहे हैं।
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- नोबेल विजेताओं के राज्य से ऐसा बयान दुर्भाग्यजनक : अधीर
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राज्यपाल के इस बयान की तीव्र निंदा की। उन्होंने कहा कि जिस राज्य से 4-4 नोबेल विजेता निकले हों, वहां के राज्यपाल की ऐसी टिप्पणी राज्य के लिए दुर्भाग्यजनक हैं। राज्यपाल को प्रधानमंत्री मोदी के हाथ में भी एक परमाणु शक्ति युक्त बाण दे देना चाहिए, जिससे पाकिस्तान सहित सभी दुश्मनों का सफाया हो जाए।
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- रामायण-महाभारत उच्च दर्जे का साहित्य : सुगत बसु
इतिहासकार व तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद सुगत बसु ने राज्यपाल के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि रामायण व महाभारत में लिखी बातें साहित्यकारों की कल्पना है। इसका विज्ञान से कोई संबंध नहीं है। इसे विज्ञान से जोडऩे का कोई तुक नहीं है। यह कुछ लोगों की मानसिकता है जो साहित्य व विज्ञान का अंतर नहीं समझ पाते हैं।
Published on:
15 Jan 2020 07:56 pm
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