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सनी लियोनी का बंगाल के अस्पताल में नौकरी के लिए हुआ सेलेक्शन

West Bengal हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड की ओर से फैसेलिटी मैनेजर ग्रेड 3 के कई पदों के लिए हुई परीक्षा के परिणाम आ चुके हैं। बोर्ड की ओर से जारी चयनित अभ्यर्थियों की सूची को लेकर नया विवाद खड़ा हो रहा है। सूची में Sunny Leone का नाम भी है। BJP इसे मुद्दा बना रही है।

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सनी लियोनी का बंगाल के अस्पताल में नौकरी के लिए हुआ सेलेक्शन

सनी लियोनी का बंगाल के अस्पताल में नौकरी के लिए हुआ सेलेक्शन

कोलकाता. सरकारी नौकरियां यूं भी कम होती जा रही हैं। गाहे बगाहे निकलनी वाली सरकारी नौकरियों के लिए लाखों की संख्या में लोग आवेदन भरते हैं। अक्सर रिक्रूटमेंट बोर्ड की ओर से की गई गल्तियों या अन्य कारणों से नौकरियां मिलने में सालों लग जाते हैं। इस बार पश्चिम बंगाल हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड की ओर से फैसेलिटी मैनेजर ग्रेड 3 के लिए निकाली गई चयनित प्रत्याशियों की सूची विवाद खड़ा कर रही है। बताया जा रहा है सूची में प्रत्याशी और उसके पिता का नाम एक ही है, जबकि सरनेम अलग अलग है। सूची में एक प्रत्याशी का नाम हेलो और उसके पिता का नाम हाय बताया गया है। वहीं एक चयनित प्रत्याशी को डिग्री कोर्स में 100 प्रतिशत नंबर मिला हुआ बताया गया है। यही नहीं कई प्रत्याशियों के नाम चौंकाने वाले हैं। ऐसे ही ही एक सफल प्रत्याशी का नाम सनी लियोनी है। अनुसूचित जनजाति के इस प्रत्याशी को चयनित किया गया है। उनके दस्तावेजों की जांच होनी है।

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भाजपा ने किया ट्वीट कहा चरम फर्जीवाड़ा
बीजेपी बंगाल के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर चरम फर्जीवाड़े हेडिंग के साथ बांग्ला में किए गए ट्वीट मे ंकहा गया है कि लडक़े का नाम हेलो और पिता का नाम हाय, पुत्र का सरनेम राय पिता का सरनेम सेन, सनी लियोनी भी हैं प्रत्याशी व बाबू को डिग्री कोर्स में 100 प्रतिशत अंक। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में रोजगार चाहने वाला का भविष्य अंधकारमय है। जब पत्रिका ने बीजेपी बंगाल के ट्वीट में दिए गए नामों का पश्चिम बंगाल हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड की ओर से फैसेलिटी मैनेजर ग्रेड 3 के लिए निकाली गई नियुक्तियों के लिए चयनित प्रत्याशियों की सूची से मिलान किया तो भाजपा के दावे ठीक साबित हुए।

बोर्ड कह रहा होगी प्रत्याशियों के दस्तावेजों की जांच
बोर्ड के सूत्रों के अनुसार 3 लाख से ज्यादा आवेदनकारियों ने ऑनलाइन फार्म भरे थे। जिनमें से 15 हजार प्रत्याशियों को प्राविण्यता के आधार पर दस्तावेजों की जांच के लिए बुलाया गया है। हो सकता है कि आवेदन प्रक्रिया के दौरान किसी ने नाम व प्राप्तांक गलत दर्ज कराए हों । ऐसा होने पर उनके दस्तावेजों की जांच के समय दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। बोर्ड के चेयरमैन तापस मंडल ने कहा कि पदों के लिए आए आवेदनों में तकनीकी पाठ्यक्रम में अच्छे नंबरों से पास होने वाले प्रत्याशी भी हैं।