
ओएमआर शीट में जीरो, एसएससी की सूची में 50 अंक
शिक्षक भर्ती घोटाला: हार्ड ***** खोल रही कई राज
ये भूतों का काम नहीं, न्यायाधीश गांगुली की टिप्पणी
100 अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट सार्वजनिक करे
कोलकाता. एसएससी शिक्षक नियुक्ति घोटाले में गाजियाबाद से हाथ लगी हार्ड ***** कई राज खोल रही है। सीबीआइ ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को बताया है कि ऐसे कई अभ्यर्थी मिले हैं जिनकी ओएमआर शीट में प्राप्तांक शून्य, एक या दो हैं जबकि एसएससी की ओर से जारी सूची में इन्हीं अभ्यर्थियों को 40 से 50 नंबर मिले हैं। सीबीआइ के इस दावे के बाद न्यायाधीश अभिजीत गंागुली ने मंगलवार को कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह भूतों का काम नहीं है। न्यायाधीश ने एसएससी को आदेश दिया कि वह मंगलवार को ही ग्रुप डी के 100 अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक करे।
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एसएससी ने समय की मांग की
एसएससी ने अदालत की कड़ी टिप्पणी के बाद समय की मांग की। एसएससी ने अदालत से कहा कि सभी पक्षों के साथ बैठक के बाद ही ओएमआर शीट सार्वजनिक की जाएगी। बैठक में सीबीआइ की ओर से उपलब्ध कराए गए सबूतों को जांचा जाएगा। आयोग के अधिकारी, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और याचिकाकर्ता के वकील 14 दिसंबर तक बैठक कर सीबीआइ की ओर से दिए गए सबूतों की जांच करेंगे। कितने लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं इसकी भी जांच की जाएगी। इसके बाद न्यायाधीश गांगुली ने 21 दिसंबर तक आयोग को रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है
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183 अयोग्य शिक्षकों की सूची प्रकाशित
इससे पहले कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश पर कक्षा नौवी-दसवीं कक्षाओं के लिए अवैध रूप से नियुक्त किये गये 183 शिक्षकों की सूची आयोग अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित कर चुका है। शिक्षक नियुक्ति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश पर सीबीआइ और ईडी मामले की जांच कर रही है। राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत एसएससी और विभिन्न शिक्षा बोर्ड के कई पदाधिकारी जेल में हैं।
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साढ़े 42 हजार नियुक्तियां हो सकती हैं रद्द
- डाकिये के साथ कर देंगे विसर्जन: न्यायाधीश
कोलकाता. राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2016 में हुई साढ़े 42 हजार शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द हो सकती हैं। कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गांगुली ने मंगलवार को यह संकेत दिए। उन्होंने कहा कि नियुक्तियों में बड़ा घोटाला हुआ था। हाइकोर्ट जिस दिन फैसला सुनाएगा उस दिन डाकिये (मानिक भट्टाचार्य, प्राथमिक शिक्षा पर्षद के पूर्व अध्यक्ष ) के साथ सबका विसर्जन किया जाएगा। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती में हुए बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी का पर्दाफाश होने का मामला सामने आने पर न्यायाधीश गांगुली ने कहा था कि मानिक भट्टाचार्य इस महाघोटाले के प्रमुख हैं। उनकी अगुवाई में ही रिश्वत लेकर नौकरी दी गई थी।
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कम नंबर पानेवालों को नौकरी
वर्ष 2014 की परीक्षा के आधार पर ही वर्ष 2016 में साढ़े 42 हजार शिक्षकों की नियुक्तियां हुई थीं। वर्ष 2014 टेट के 139 अप्रशिक्षित परीक्षार्थियों ने कलकत्ता हाइकोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि उनसे कम नंबर पानेवालों को नौकरी दी गई हैं। इसी मामले पर सुनवाई के वक्त न्यायाधीश गांगुली ने उपरोक्त संकेत दिए। पीठ ने कहा कि 139 लोगों की पहुंच मानिक भट्टाचार्य तक नहीं थी इस कारण उन्हें नौकरी नहीं मिल पाई है। एकल पीठ ने नियुक्ति से संबंधित सभी दस्तावेज अदालत में जमा देने को कहा है। याचिका पर अगली सुनवाई 15 दिसंबर को होगी।
Published on:
06 Dec 2022 11:36 pm
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