कोरबा. बिरसा मुंडा की शहादत दिवस पर करतला ब्लॉक में शनिवार से आदिवासी बचाओ आंदोलन का आगाज किया जा रहा है। पहले चरण के आंदोलन का समापन महारानी दुर्गावती के शहादत दिवस पर 24 जून को कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर किया जाएगा।
कार्यक्रम के रूपरेखा पर चर्चा करते हुए छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के संभागाध्यक्ष ओम प्रकाश कुशरो ने शुक्रवार को पत्रवार्ता में यह जानकारी दी। पत्रवार्ता में संगठन के जिला कार्यवाहक राधेश्याम राठिया, जिला प्रभारी कृष्णा मरावी, जिला महासचिव वीर साय धनुहार भी उपस्थित थे।
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कुशरो ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के मुद्दे को केन्द्र में रखकर किया गया था, लेकिन आज तक आदिवासियों को जल, जंगल जमीन की लड़ाई करनी पड़ रही है। आदिवासी अब भी विकास की मुख्य धारा से दूर हैं। वर्तमान में सरकार द्वारा विकास यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। ठीक इसी वक्त हमें आदिवासी बचाओ आंदोलन का आयोजन करना पड़ रहा है।
आदिवासी नेता नहीं सुनते संगठन की
संभागाध्यक्ष कुशरो से सवाल पूछा गया कि आदिवासी नेता संगठन से दूर क्यों हो जाते हैं। जवाब में उन्होंने कहा कि समाज के सत्ता दल के मंत्री बंधुआ मजदूर है। इस बार समाज जो तय करेगा वही चुनकर सत्ता में आएंगे।
पत्थलगड़ी का समर्थन, कहा अधिकारी भी हैं साथ
कुशरो ने पत्थलगड़ी आंदोलन को समर्थन देने की बात कही और कहा कि पत्थलगड़ी तो होकर रहेगी। सरकार ने भय का वातावरण निर्मित कर दिया है। कुशरो ने कहा पत्थलगड़ आंदोनलन के समर्थन में कई अधिकारी भी साथ हैं, और संगठन को उनका पूरा समर्थन मिल रहा है।