
पेड़ों को नुकसान पहुंचाकर ना हो अशोक वाटिका का विकास
अशोक वाटिका के रिनोवेशन के लिए जिला खनिज न्यास मद से 10 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत हुई है। कलेक्टर ने एक सप्ताह पूर्व ही अशोक वाटिका का दौरा किया था। और नई प्लानिंग रिपोर्ट मांगी थी। साथ ही उन्होनें कहा था कि जिला प्रशासन की कोशिश है कि अशोक वाटिका में बुजुर्ग युवा, बच्चों, महिलाओं आदि सभी आयु वर्ग के लिए पर्यटन, मनोरंजन, स्वास्थ्य, योगा प्राणायाम व खेल सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी ताकि दिनभर के कार्य की थकान के बाद लोग यहॉं पर सुकून के साथ अपना समय व्यतीत करते हुए खुद को तरोताजा महसूस करें। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हरे-भरे पेड़ों को इस तरह हटाया जाएगा तो आम गार्डन की तरह ही रह जाएगा। इस गार्डन का मूल स्वरूप ग्रीनरी ही रहे।
अशोक वाटिका में मिलेगी इसकी सुविधा
ओपन थियेटर, सिटिंग जोन, रेल ट्रेक, ओपनजिम एरिया, बोटिंग जोन, रिडिंग जोन, वाटरफाल व रॉक गार्डन, हर्बल गार्डन, कैफेटेरिया, चिल्ड्रन प्ले एरिया, कलरफुल फाउण्टेन, बटरफ्लाई जोन, वाटरबाडी, स्टेप्ड गार्डन, म्यूजिकल फाउण्टेन, रिलेक्सीन एरिया, स्पोट्र्स जोन साईकिलिंग टे्रक, फ्लावर जोन, वर्टिकल गार्डन, योगा जोन, फूड जोन, वेंडर जोन व चौपाटी, स्टोन फाउण्टेन, पार्किंग एरिया, लैण्ड स्केपिंग, लॉन एरिया, प्लांटेशन, उद्यानिकी, पाम कलस्टर, महिला-पुरूषा के लिए पृथक-पृथक टायलेट सुविधा, टिकट काउंटर, बाउण्ड्रीवाल व भव्य प्रवेशद्वार सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी।
क्या कहतें है लोग
अशोक वाटिका का काम हो रहा है इसका स्वागत हम भी कर रहे हैं लेकिन हरे-भरे पेड़ों को किसी तरह का नुकसान ना हो।
चरणजीत सिंह
बीते पांच वर्षों में अधिक संख्या में पौधरोपण किए गए थे, जो कि अब अस्तित्व में आने लगे हैं। इन पेड़ों को किसी भी स्थिति में बचाना जरुरी है।
मुकेश गोयल
अशोक वाटिका का मूल स्वरुप ही यहां की ग्रीनरी है, अगर इसे नुकसान पहुंचाकर गार्डन बनाया जाता है तो गलत है।
विनोद अग्रवाल
पूरे शहर में एक मात्र ऑक्सीजोन अशोक वाटिका ही है। हमारी मांग है कि काम ऐसा हो कि एक भी पेड़ या पौधे को नुकसान ना पहुंचे।
मनोज अग्रवाल
Published on:
26 Apr 2022 12:07 pm
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