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श्रृष्टि और हॉप्स नर्सिंग कॉलेज को आयुष ने शून्य ईयर किया घोषित, मचा हडक़ंप

स्कूल परिसर में चलने वाले भारत नर्सिंग कॉलेज को मिली अस्थाई संबद्धता

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श्रृष्टि और हॉप्स नर्सिंग कॉलेज को आयुष ने शून्य ईयर किया घोषित, मचा हडक़ंप

श्रृष्टि और हॉप्स नर्सिंग कॉलेज को आयुष ने शून्य ईयर किया घोषित, मचा हडक़ंप

कोरबा. जिले में संचालित चार नर्सिंग कॉलेज में से दो को शुन्य ईयर घोषित कर दिया है। एक अन्य कॉलेज को अस्थायी संबद्धता प्रदान किया है। इससे कॉलेज प्रबंधन में हडक़ंप मच गया है। उक्त बीएससी नर्सिंग कॉलेज मानकोंं पर खरे नहीं उतर पाए हैं। अब कॉलेज प्रबंधनों के द्वारा विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाएं गिनाई जा रही है।

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छत्तीसगढ़ नर्सिंग काउंसिल की अनुसंशा पर जिले के रजगामार रोड स्थित श्रृष्टि इंस्ट्यिूट ऑफ मेडिकल कॉलेज एवं कुसमुंडा स्थित हॉप्स इंस्ट्यिूट ऑफ नर्सिंग को शून्य घोषित की है। इस वर्ष कॉलेज प्रबंधन को नर्सिंग छात्र-छात्राओं की प्रवेश लेने का अधिकार नहीं होगा। इसके अलावा कोसाबाड़ी स्थित भारत इंस्ट्टीयूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज को अस्थाई संबद्धता प्रदान किया है। इसके अंतर्गत प्रबंधन को काउंसिल के पांच बिंदुओं पर खरा उतरना होगा। जिले के चार कॉलेज ने आयुष विश्वविद्यालय में संबंद्धता के लिए आवेदन लगाए थे। इसके बाद आयुष विश्वविद्यालय, चिकित्सा शिक्षा सचिवानालय एवं छत्तीसगढ़ नर्सिंग काउंसिल की संयुक्त टीम कोरबा पहुंची। कॉलेजों का निरीक्षण किया। रिपोर्ट हाई पॉवर कमेटी को सौंपी थी। निरीक्षण में कालेज में कई खामियां पायी गई।

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इंस्ट्टीयूट ने गिनाई सुविधाएं
श्रृष्टि इंस्ट्टीयूट नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन ने छात्र-छात्राओं के लिए कई सुविधाएं गिनाई। प्रबंधन ने बताया कि कालेज में विद्यार्थियों के लिए हास्टल, स्वयं की कालेज भवन, हास्पिटल, 26 स्टॉफ की सुविधाए दी जा रही है। कॉलेज में 200 सीट है। वर्तमान में 113 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इसके अलावा हाल ही में विद्यार्थियों के प्रैक्टिस के लिए ट्रामा सेंटर हास्पिटल में 130 बेड का परमिशन लिया गया है।

इधर तंग हाल में संचालित हो रही इस्ट्टीयूट
इधर भारत इंस्ट्टीयूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज कोसाबाड़ी स्थित एक निजी स्कूल के छत के नीचे संचालित हो रही है। इससे नए विद्यार्थियों को कालेज को ढूंढने में काफी असुविधा होती है। साथ ही अध्ययनरत विद्यार्थियों को अलग-अलग निजी हास्पिटल में प्रैक्टिस कराई जाती है।

विपिन कुमार, प्रिंसिपल, श्रृष्टि इंस्ट्यिूट ऑफ मेडिकल कॉलेज

पी. बल्लेवार, भारत इंस्ट्टीयूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज