कोरबा. छत पर मजदूर काम कर रहे थे, इसी बीच मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे बचने के लिए मजदूर भागने लगे। भागते समय छत से एक मजदूर 80 फीट ऊंचाई से नीचे गिर गया। मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के दयानंद पब्लिक स्कूल में गुरुवार की दोपहर साढ़े 12 बजे घटी। बताया जा रहा है कि स्कूल की छत पर काम चल रहा है। छह से आठ मजदूर काम कर रहे थे। स्कूल की छत के नीचे ही मधुमक्खी का बड़ा सा छत्ता था। मजदूरों को इसकी जानकारी नहीं थी। एक मजदूर पानी डाल रहा था, पानी के छींटे छत्ते पर पड़ गया। इसी बीच मधुमक्खियों ने मजदूरों पर हमला कर दिया। मजदूर यहां-वहां भागने लगे। पटेलपारा निवासी गोपाल जलतारे 41 वर्ष भागते समय छत से नीचे गिर गया। मजदूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
11 घंटे देरी से रात 10 बजे पहुंची लिंक एक्सप्रेस, 11 बजे हुई रवाना
कोरबा. बुधवार को लिंक एक्सप्रेस की चाल इतनी धीमी रही कि उसे पहुंचने में रात 10 बज गए। रायपुर से कोरबा तक की दूरी तय करने में आठ घंटे का समय लग गया। दिनभर के सफर में झुलसाती गर्मी के बीच सफर करना महंगा पड़ गया। खाने-पीने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी।
बुधवार को विसाखापटनम-कोरबा लिंक एक्सप्रेस रायपुर रेलवे स्टेशन पर 1.50 बजे पहुंची। लोगों को भरी दोपहरी तेज धूप के बीच रायपुर से सफर करना पड़ा। चांपा रेलवे स्टेशन रात साढे़ आठ बजे के करीब पहुंची। कोरबा पहुंचने में इसे 10 बज गए। ट्रेन की रैक देरी से आने की वजह से कोरबा-विशाखापटनम भी देरी से रात 11 बजे के बाद रवाना हुई। यात्री ट्रेन के इंतजार में कई यात्री दिनभर स्टेशन पर ही बैठे रहे। इससे यात्रियों को काफी असुविधा हुई। यात्रियों को पूरा दिन सफर में निकल गया। यह स्थिति तीन से चार दिनों से बनी हुई है। अब तक ट्रेन दो से तीन घंटे ही विलंब से कोरबा पहुंचती थी। अब आठ से 10 घंटे विलंब से पहुंच रही है। गुरुवार को भी ट्रेन दो घंटे देरी से कोरबा पहुंची है।