कोरबा. सिटी बसों का संचालन अभी प्रारंभ भी नहीं हुआ है और अभी से निजी बस ऑपरेटर अड़ंगा लगाना शुरु कर दिए हैं। परमिट पर करीब ७० से ८० आपत्तियां दर्ज कराई गई है। आपत्तियां खारिज होने के बाद अब बसें शुरु हो सकेंगी। १० बसों को पहले सप्ताह शुरु करने की थी तैयारी, आपत्तियों के निराकरण की वजह से देरी
जनवरी के पहले सप्ताह में कोरबा अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सोसाइटी द्वारा कुछ सिटी बसों का संचालन शुरु करने की तैयारी की गई थी। बसों के परमिट का नवीनीकरण के लिए आरटीए कार्यालय रायपुर में आवेदन दिया गया था। नियमत: इसमें आपत्तियां मंगाई जाती है। निजी बस ऑपरेटरों ने आपत्तियों की झड़ी लगा दी। बस ऑपरेटरों ने आपत्ति लगाई है कि जिन रूट पर सिटी बसों का संचालन शुरु किया जा रहा है उनमें निजी बसें चल रही है। इससे निजी बसों को घाटा होगा। हालांकि जानकार बताते हैं कि यह आपत्तियां खारिज हो जाएंगी। अगर बसों का संचालन अगर पहली बार शुरु किया जाने वाला होता तो ये आपत्ति मान्य हो सकती थी, लेकिन सिटी बसें पूर्व में चल रही थीं। कोरोनाकाल में बसों को बंद कर दिया गया था। बसें पहले से ही चल रही थी। निजी बसों को कोरोनाकाल के बाद अधिक संख्या में परमिट दिया गया था।
१० सिटी बसें हुए फिट, इसमें दो एसी बस भी
नगर निगम पहले चरण में कुल १० सिटी बसों को शुरु करने की तैयारी में है। इनमें आठ नॉनएसी और दो एसी बसें शामिल हैं। लंबे समय से बंद पड़ी इन बसों को फिटनेस करा लिया गया है। १० बसें शुरु होने के बाद अगले फेस में और १० बसें चलाई जाएंगी। इस तरह दो महीने के भीतर सारी बसों को शुरु करने की तैयारी है।
सभी रूट पर एक-एक सिटी बस
जिन रूटों के लिए सिटी बसों का परमिट मांगा गया है उसमें पूर्व में निर्धारित किए गए सभी रूट को शामिल किया गया है। हर रूट पर एक-एक सिटी बस शुरु की जाएगी। कटघोरा से कोरबा, कोरबा से चांपा, बालको से कोरबा रेलवे स्टेशन, बांकीमोंगरा, दीपका और हरदीबाजार रूट पर सिटी बसें संचालित होंगी।
निजी बसों के मनमाने किराए से लोग परेशान
अलग-अलग रूटों पर चल रही निजी बसों के मनमाने किराए से आम लोग बेहद परेशान हैं। स्थिति ये है कि एक रूट में एक तरह के बसों का किराया अलग-अलग है। कभी अधिक लिया जा रहा है तो कभी कम लिया जा रहा है। सिटी बसों के शुरु होने से इन बसों का एकाधिकार खत्म होगा।