
जीएम का आश्वासन नहीं आया काम, मनगांव में साइलो निर्माण का काम छठवें दिन ठप
ग्रामीणों को मनाने के लिए गेवरा प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक एसके मोहंती साइलो निर्माण स्थल पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर यह भरोसा दिलाने का प्रयास किया कि मांग को पूरी की जाएगी। इसके लिए बल्गी के आसपास जमीन की तलाश की गई है। मगर स्थानीय लोगों ने महाप्रबंधक की बातों को मानने से इनंकार कर दिया। बातों पर अविश्वास जताया। बसाहट के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करने की इच्छा जताई। मगर मौके पर प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी नहीं पहुंचे। काफी देर तक समझाइस के बाद बात नहीं बनी तो महाप्रबंधक एसके मोहंती लौट गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गेवरा प्रोजेक्ट की ओर से ग्राम मनगांव की जमीन पर कोयला लोडिंग के लिए साइलो का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए गांव की जमीन अधिग्रहित की गई है। उनका कहना है कि साइलो बनने के बाद कोयला लोडिंग से मनगांव के लोगाें का गांव में रहना मुश्किल हो जाएगा। कोयले की धूल परेशान करेगी। आबो हवा खराब होगी। गांव में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाएगी। मनगांव के लोग अपने लिए कोयला कंपनी के प्रबंधन से दूसरे स्थान पर बसाहट की मांग कर रहे हैं।
उनका आरोप है कि अपनी मांग को लेकर कई बार कोयला कंपनी के स्थानीय प्रबंधन से मिल चुके हैं। सुनवाई नहीं हो रही है। प्रबंधन के अफसर दो साल से आश्वासन दे रहे हैं। अब साइलो निर्माण का काम अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है। इस कारण बसाहट की मांग कर रहे हैं। जबतक प्रबंधन की ओर से बसाहट उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तब तक साइलो निर्माण स्थल पर आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन का नेतृत्व क्षेत्र के पार्षद कौशिल्या बिंझवार कर रही हैं। उनके साथ गांव के लोग बड़ी संख्या में निर्माणाधीन साइलो के पास बैठे हैं।
सोमवार से साइलों में बंद है काम
ग्राम मनगांव के लोग पिछले सोमवार से साइलो के पास बैठे हुए हैं। उन्होंने साइलो में होने वाले हर काम को रोक दिया है। दिन भर गांव के लोग प्लांट के अंदर रहते हैं। शाम को घर लौट जाते हैं। साइलो में काम चालू नहीं हो सके इसके लिए रात में भी निगरानी करते हैं।
Published on:
23 Apr 2023 01:10 pm
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