
भगवान विष्णु का कच्छप अवतार मान कर रहे ग्रामीण
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक अनोखी खबर सामने आई है। जिले के दर्री क्षेत्र के ग्राम झाबू में एक अनोखा और दुर्लभ प्रजाती का कछुआ पाया गया है जिससे ग्रामीणों के बीच कौतुहल का विषय बना हुआ है। नदी नाले के माध्यम से लुप्तप्राय प्रजाती का यह कछुआ इस क्षेत्र में पहुंच गया है। कछुए की अनोखी बनावट को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
ग्रामीणों के हाथ लगने के बाद से इस कछुए को गांव वाले आस्था से जोड़कर पूजा पाठ कर रहे हैं। इसकी सूचना जब वन विभाग के अधिकारिओं को लगी तब मौके पर पहुंचे और कछुए के संबंध में जानकारी जुटाई। विभागीय कर्मचारियों ने इस कछुए की प्रजाती का नाम इंडियन स्टार टर्टल बताया है,जो एक दुर्लभ प्रजाती है। कछुए को अपने कब्जे में लेकर इसे इसके संरक्षण स्थल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है।
जंगलों में वन्य प्राणियों की ऐसी-ऐसी कई प्रजाती पाई जाती हैं जिसकी जानकारी आम तौर पर लोगों को नहीं होती और गलती से ऐसी प्रजाती लोगों के सामने आ जाती है,तो लोग उसे भगवान का रुप मान लेते हैं। ऐसा ही कुछ दर्री के ईलाके ग्राम झाबू मे भी देखने को मिला है जहां दुर्लभ प्रजाती का एक कछुआ ग्रामीणों के बीच आस्था का केंद्र बना हुआ है। नदी नाले से बहकर यह आकर्षक कछुआ गांव में पहुंच गया जिसे पकड़कर लोग पूजा पाठ कर रहे हैं। ग्रामीण इस कछुए को भगवान विष्णु का कच्छप अवतार मान रहे हैं।
आपको बता दें वन विभाग ने इस कछुए की प्रजाती को इंडियन स्टार टर्टिस बताया है जो भारत के अलावा श्रीलंका और पाकिस्तान में भी पाया जाता है। इडियन स्टार टर्टिस की घटती संख्या को देखते हुए इंटरनेशनल यूनियन फाॅर कंज़र्वेशन ऑफ नेचर संस्था ने इसे लुप्तप्राय वन्य प्राणी के श्रेणी में डाल दिया है। जिसके बाद उसके पालन और विक्रय पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। वन विभाग के कर्मचारी दुर्लभ कछुए को अपने कब्जे में लेकर इसे इसके संरक्षण स्थल के सुपूर्द करने की तैयारी में जुट गए हैं।
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Published on:
25 Nov 2019 08:56 pm
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