
लॉकडाउन में जान जोखिम में डाल ट्रकों पर चढ़कर गृहग्राम लौट रहे झारखंड, बिहार व उत्तर प्रदेश के मजदूर, बड़ी दुर्घटना की आशंका
कोरबा. उत्तर प्रदेश के ओरैया जिले में शनिवार सुबह हुई भीषण सड़क दुर्घटना के बाद भी ट्रकों पर चढ़कर मजदूरों का पलायन जारी है। ट्रकों पर सवार श्रमिक बड़ी आसानी से हाइवे पर निकलते जा रहे हैं। अपनी सुरक्षा को लेकर न तो मजदूर चिंतित हैं, न ही संबंधित जिले का प्रशासन।
कोरबा जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 111 पर भी मजदूर बेहद खतरनाक तरीके से ट्रक ट्रेलर या अन्य छोटी गाडिय़ों में बैठकर झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश की ओर लौट रहे हैं। मजदूरों से गाडिय़ां खचाखच भरी रहती है। कोरबा जिले में बिलासपुर- अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 111 पर तीन थाने स्थित हैं। कटघोरा और पोड़ी उपरोड़ा में दो डिविजन है। दोनों डिविजन में राज्य प्रशासनिक सेवा के दो अनुविभागीय दंडाधिकारी नियुक्त हैं। लेकिन न तो तीनों थानों के थानेदार और न ही प्रशासन की ओर से नियुक्त मजिस्ट्रेट ट्रकों पर मजदूरों को देखकर कार्रवाई कर रहे हैं। अपनी नजर घुमा लेते हैं। शायद अफसर को किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है।
महाराष्ट्र की ओर से लौटने वाले मजदूर ट्रकों से अपने घर रवाना हो रहे हैं। एक ऐसे ही ट्रक पर मजदूर कटघोरा होकर बांगो की ओर जाते हुए कैमरे में कैद किया गया। ट्रक में सामान भरा हुआ था। उसके उपर मजदूर खड़े थे, लेकिन हाइवे पर गाडिय़ों की चेकिंग नहीं हुई।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद फिर ट्रकों पर कार्रवाई क्यों नहीं
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा बंद कर दी है। लगभग ५४ दिन से बसें बंद है। ऑटो के पहिये थम गए हैं। मजदूर एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित पहुंच सके इसके लिए केन्द्र और अलग-अलग प्रदेशों की सरकार कोशिश कर रही हैं, लेकिन मजदूरों का सब्र टूट रहा है। मजदूर पैदल या अन्य गाडिय़ों पर चढ़कर अपने घर लौट रहे हैं। श्रमिकों की मजबूरी का फायदा ट्रक चालक उठा रहे हैं। मुहं मांगा दाम लेकर मजदूरों को ट्रकों पर बैठाकर परिवहन कर रहे हैं।
बरती जा रही लापरवाही
इस गंभीर लापरवाही पर पुलिस का अपना तर्क है। एक थानेदार ने कहा कि मानवता के कारण कुछ नरमी बरती जा रही है। मजदूर पैदल नहीं चले इसलिए उन्हें गाडिय़ों में भरकर पड़ोसी जिले की सीमा तक कई बार छोड़ा गया है।
हाइवे पर बेरियर फिर भी ट्रक पर मजदूर हो रहे पार
प्रवासी मजदूरों पर नजर रखने के लिए पाली, कटघोरा और बांगो थाना क्षेत्र में बेरियर बनाए गए हैं। बेरियर पर २४ घंटे पुलिस की ड्यूटी रहती है। फिर बिना इनकी सह पर ट्रकों पर मजदूर कैसे आगे बढ़ जाते है? यह सोचने वाली है।
-मजदूरों को लेकर हम लोग सतर्क हैं। हमारे जिले से ट्रकों में बैठाकर मजदूरों को नहीं भेजा जा रहा है। हाइवे से होकर गुजरने वाली गाडिय़ों में ट्रक चालक हमारे बेरियर से दो-चार किलोमीटर पहले ही मजदूर को उतार देते हैं। इससे पकड़ में नहीं आते हैं। पकड़े जाने पर हम लोगों ने कार्रवाई भी की है और आगे भी करेंगे। किरण कौशल, कलेक्टर, कोरबा
Published on:
17 May 2020 05:12 pm
बड़ी खबरें
View Allकोरबा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
