उत्तर प्रदेश के आलू कारोबारी की कटघोरा में हत्या कर अहिरन नदी में फेंकी गई लाश का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या के आरोप में एक हमाल और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया। विवाद शराब के नशे में शुरू हुई और हत्या तक पहुंच गई।
कटघोरा एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी ने बताया कि अहिरन नदी में व्यक्ति की लाश मिली थी। पुलिस इसकी जांच कर रही थी। इस बीच २० सितंबर को कटघोरा के मोहलाइनभांठा में रहने वाला धर्मेंन्द्र ङ्क्षसह थाना पहुंचा। उसने मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश जिला फिरोजाबाद थाना माखनपुर के बिल्टीगढ़ में रहने वाले थान सिंह उम्र 48 वर्ष से की थी। शव को जब्त कर पोस्टमार्टम कराया। शॉट पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर ने गला दबाकर थान की हत्या किया जाना बताया। इसके आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई।
पता चला कि थान सिंह आलू का कारोबारी था। उसका अक्सर कटघोरा थाना आना-जाना लगा रहता था। पुलिस ने थान सिंह के सम्पर्क में रहने वाले लोगों के संबंध में जानकारी जुटाया। संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए छत्रपाल सिंह यादव को हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में छत्रपाल ने थान सिंह की हत्या में शामिल होने से इनकार किया। लेकिन पुलिस ने हर कड़ी को आपस में जोड़कर पूछताछ किया। छत्रपाल टूट गया। उसने थान सिंह की हत्या करना बताया।
छत्रपाल आमाखोखरा का रहने वाला है। कटघोरा संवरा मोहल्ला में परिवार के साथ रहता है। शव को ठिकाने लगाने के लिए अपने दो साथी इन्द्रपाल और बबूल की मदद लिया था। दोनों पूंछापारा कटघोरा के रहने वाले हैं। तीनों पर पुलिस ने आलू कारोबारी थान की हत्या और सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया है। उन्हें पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। यहां से रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
शव को कंबल में लपेटकर नदी में फेंका
24 घंटे तक थान सिंह की लाश छत्रपाल के घर में पड़ी थी। छत्रपाल ने शव को कंबल में लपेट दिया। 19 सिंतबर की रात इन्द्रपाल और बबलू के साथ मिलकर शव को बाइक पर रखा। तीनों बाइक से शव को लेकर नदी में फेंकने के लिए निकल पड़े। कटघोरा के जुराली में कब्रिस्तान के पास शव को कंबल सहित नदी में फेंक दिया। इसके बाद तीनों अपने अपने घर लौट गए। अगले दिन 20 सिंतबर को लाश अहिरन नदी में मिली। जांच आगे बढ़ी तो हत्याकांड का खुलासा।
शराब पीने के बाद विवाद
पुलिस को जांच में पता चला है कि थान सिंह की इच्छा शराब की हुई। 18 सिंतबर की शाम थान सिंह शराब पीने के लिए आलू की बोरी चढ़ाने उतारने वाले हमला छत्रपाल सिंह के घर पहुंचा। दोनों ने एक साथ शराब पीया। इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हुआ। थान सिंह की ऐसी हरकत की जो छत्रपाल को नागवार गुजरी।
24 घंटे तक घर में लाश को छिपाया
पुलिस को जांच में पता चला है कि छत्रपाल ने 18 सिंतबर की शाम थान सिंह की हत्या कर दी थी। शव को घर में छिपा दिया। लाश को ठिकाने लगाने के लिए सोच रहा था। इसके लिए योजना बना रहा था। इस कार्य में छत्रपाल ने अपने दो साथी इन्द्रपाल और बबलू यादव की मदद ली