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पढि़ए क्या हुआ जब रेत खुदाई के दौरान निकलने लगे एक के बाद एक नरकंकाल

रेत खुदाई के दौरान एक के बाद एक नरकंकाल निकलने लगा। इस बीच ट्रैक्टर में रेत लोड करने के दौरान एक नरकंकाल सड़क पर ही गिर गया, फिर...

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पढि़ए क्या हुआ जब रेत खुदाई के दौरान निकलने लगे एक के बाद एक नरकंकाल

पढि़ए क्या हुआ जब रेत खुदाई के दौरान निकलने लगे एक के बाद एक नरकंकाल

कोरबा. रेत घाट खुलते ही ठेकेदारों द्वारा रेतघाटों से खुदाई की जा रही है। बुधवार की सुबह मोतीसागरपारा स्थित रेतघाट में भी ठेकेदार द्वारा खुदाई कराई जा रही थी। इसी दौरान खुदाई स्थल से एक के बार एक नरकंकाल निकलने लगे। ट्रैक्टर में रेत लोड करने के दौरान सड़क पर ही एक नरकंकाल गिर गया। इसे देखते ही लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। देखते ही देखते लोगों का हुजूम लग गया। लोगों ने खुदाई पर रोक लगाने की मांग की।

बताया जाता है कि मोतीसागरपारा रेतघाट के समीप शमशान घाट स्थित है। ठेकेदार की लापरवाही के कारण शमशान घाट की ओर खुदाई करा दी गई। शमशान घाट से नरकंकाल खुदाई के दौरान निकलने लगे, तो लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने विरोध जताया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। मामले की जानकारी लेते हुए पुलिस ने जांच कर रही है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए जिस ओर से नरकंकाल निकल रहा है उस ओर से खुदाई पर रोक लगा दी गई है।

पहले भी लोग कर चुके हैं विरोध
हसदेव नदी के किनारे स्थित है मोतीसागरपारा। यहां दूर तक रेत घाट है। पिछले कई साल से क्षेत्र में रहने वाले लोग परिजन की मौत पर नदी किनारे कफन-दफन करते आए हैं। कब्र भी बनाए गए हैं, पर इनमें कई बाढ़ व अन्य कारणों से कब्र क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। वहीं परिजन के शव रेत में नीचे दबे हुए हैं। खुदाई के दौरान ऐसे शव नरकंकाल के रूप में बाहर आ रहे हैं।

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