CG News: कोरबा जिले में जंगली जानवरों के हमले का असर तेंदूपत्ता संग्रहण पर पड़ रहा है। हफ्ते भर में भालू और जंगली सुअर के हमले से सात ग्रामीण घायल हो चुके हैं।
CG News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जंगली जानवरों के हमले का असर तेंदूपत्ता संग्रहण पर पड़ रहा है। हफ्ते भर में भालू और जंगली सुअर के हमले से सात ग्रामीण घायल हो चुके हैं। इससे ग्रामीण डरे हुए हैं और तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए जंगल की ओर जाने से बच रहे हैं।
वनमंडल कोरबा अंतर्गत वनपरिक्षेत्र बालकोनगर के ग्राम पंचायत दोंदरो के बेला जंगल में रविवार को तेंदूपत्ता संग्रहण करने गई 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला पर भालू ने हमला कर दिया। घायल महिला का नाम चंद्रमती राठिया बताया गया है। महिला जान बचाने के लिए आवाज लगाई। आसपास तेंदूपत्ता तोड़ रहे अन्य ग्रामीण चंद्रमती की आवाज सुनकर उसकी ओर दौड़े।
यहां पहुंचने पर उसे लहूलुहान हालत में देखा। पास ही भालू मौजूद था। भालू को ग्रामीणों ने किसी तरह भगाया। भालू ने चंद्रमती के बाएं हाथ को बुरी तरह जमी कर दिया था। खून से लथपथ महिला को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि चंद्रमती पर भालू ने पहली बार हमला नहीं किया। पिछले साल भी तेंदूपत्ता संग्रहण के दौरान भालू हमले में वह घायल हो गई थी।
गौरतलब है कि इन दिनों तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य जारी है। ग्रामीण तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए जंगल की ओर जा रहे हैं। इस दौरान भालू और जंगली सुअर ग्रामीणों पर हमला कर रहे हैं। एक सप्ताह के भीतर अब तक लगभग सात ग्रामीणों पर जंगली जानवरों ने हमला कर घायल किया है। आए दिन जंगली जानवरों के हमले की वजह से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। इसकी वजह से कुछ ग्रामीण अब जंगल की ओर जाने से बच रहे हैं।
वहीं तेंदूपत्ता तोड़ने ग्रामीण समूह में जा रहे हैं और पत्ता तोड़ने के दौरान ये ग्रामीण आसपास ही रहते हैं। कोरबा वनमंडल को 53 हजार 800 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य मिला है। लेकिन संग्रहण के शुरूआती दिनों में ही जंगली जानवरों के हमले से ग्रामीणाें में दहशत व्याप्त है। हालांकि वन विभाग के संबंधित अधिकारी का कहना है कि कुछ क्षेत्रों में जंगली सुअर और भालू ने ग्रामीणों पर हमला किया है लेकिन इसका असर संग्रहण पर नहीं पड़ा है।
इधर जिले के कोरबा और कटघोरा वनमंडल के जंगल में हाथियों का उत्पात जारी है। बताया जा रहा है कि कोरबा वनमंडल के बालकोनगर और कुदमुरा रेंज में लगभग 16 हाथी विचरण कर रहे हैं। शनिवार की रात गीतकुंआरी व चचिया में हाथियों ने चार ग्रामीणों के खेतों में पहुंचकर यहां लगे धान की फसल को रौंद दिया। इसके अलावा कटघोरा वनमंडल के केंदई, एतमानगर व पसान रेंज में लगभग 48 हाथी जंगल में विचरण कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि दो हाथी पसान के बीजाडांड व मोहनपुर में हैं। 11 हाथी केंदई वनपरिक्षेत्र अंतर्गत कोरबी सर्किल और 35 हाथी एतमानगर के जंगल में विचरण कर रहे है। एक हाथी ने उत्पात मचाते हुए केंदई पंडोपारा में एक ग्रामीण के मकान को तोड़ दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा। वन विभाग का दावा है कि हाथियों का दल जिस जंगल से गुजर रहे हैं। उस क्षेत्र से लगे आसपास के गांव में मुनादी कराई जा रही है। लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है।