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घटना शनिवार- रविवार की दरम्यानी रात की बताई जा रही है। चचिया के धान खरीदी केन्द्र पर दो हाथी पहुंच गए। उनकी चिंघाड़ को सुनकर चौकीदार डर गया। उसने टॉर्च जलाकर देखा तो दोनों हाथी सोलर फेंसिंग के दूसरी ओर खड़े थे। सुंड से धान की बोरियों को फाड़ने का प्रयास कर रहे थे। समिति के कर्मचार ने सूचना फड़ प्रभारी को दिया। वन विभाग को अवगत कराया गया। हाथी को खदेड़ने का प्रयास किया गया लेकिन धान की बोरियों को देखकर हाथी डटा रहा। फेंसिंग तार को सुंड से पकड़कर तोड़ दिया।
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धान खरीदी केन्द्र के भीतर घुस गए। एक- एककर लगभग 20 बोरी धान को चट कर दिया। धान खाने के बाद हाथी जंगल की ओर गया। समिति प्रबंधन की ओर से घटना की सूचना सहकारिता विभाग के उप पंजीयक को दी गई है। इसमें बताया गया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जारी है। लेकिन उपार्जन केन्द्र से धान का उठाव धीमी गति से किया जा रहा है। केन्द्रों में हजारों टन धान जाम है। धान की खुशबू को सूंघकर हाथी खरीदी केन्द्र तक पहुंचे हैं। समिति प्रबंधक ने यह भी कहा कि केन्द्र से धान का उठाव जल्द से जल्द किया जाए। ताकि नुकसान से बचा जा सके।
इस सीजन में पहली बार है, जब धान खरीदी केन्द्र चचिया में हाथी पहुंचा है। इसके आने से समिति प्रबंधन डरा हुआ है। आशंका है कि आने वाले दिनों में हाथियों की गतिविधियां उपार्जन केन्द्र के आसपास बढ़ सकती है। समिति ने प्रबंधन ने जल्द से जल्द धान के उठाव की मांग विपणन विभाग से की है।