9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

OMG: हड़ताल पर गए चिकित्सकों ने ये क्या कर दिया की बन गई मिसाल

सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के बावजूद 7 चिकित्सक दे रहे सेवाएं, संगठन के साथ हैं, लेकिन मानव सेवा को दी प्राथमिकता।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

ritu shrivastav

Nov 08, 2017

Swine Flu, Dengue, Medical Department,  Seasonal Diseases, Medical in Kota , Swine Flu in Kota , Dengue in Kota,  Kota  News, Kota  Patrika, Patrika News, Rajasthan Patrika, Doctors Strike, Medical System, Human Services, Dispensary, Primary Health Center, Treatment of Patients

मरीजों की जांच करती महिला चिकित्सक

सेवारत चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने के बाद जहां एक ओर चिकित्सा व्यवस्थाएं वेंटीलेटर पर आ गई, वहीं दूसरी तरफ एेसे चिकित्सक भी हैं, जो मानव सेवा को देखते हुए हड़ताल पर नहीं गए। उनका कहना है कि वे संगठन के साथ हैं, लेकिन मानव सेवा उनकी पहली प्राथमिकता है। अभी मरीजों को देखने वाले नहीं हैं, इसलिए सेवाएं दे रहे हैं। कोटा जिले में ऐसे 7 चिकित्सक हैं, जो शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सालयों में पूरे समय सेवाएं दे रहे हैं। वे हमेशा की तरह हड़ताल में भी मरीजों को उपचार व परामर्श दे रहे हैं।

Read More: #नोटबंदीः कोटा में पकड़ी गई थी 400 करोड़ की ब्लैक मनी, बैंकों में जमा हुए 750 करोड़ के पुराने नोट

पूरे समय दे रही हूं सेवाएं

राजस्थान तकनीकी विवि स्थित डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉ. हेमलता विजय ने बताया कि वे पूरी तरह संगठन के साथ हैं, लेकिन नियमानुसार आरटीयू के अधीन डिस्पेंसरी में जिला कलक्टर के आदेश पर ही अवकाश लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता मरीजों का उपचार करना है। ऐसे में वे पूरे समय यहां सेवाएं दे रही हैं।

Read More: #नोटबंदीः सोनम गुप्ता से भी बड़े बेवफा निकले 'साहब'

मरीजों को परेशानी नहीं होने दी

शॉपिंग सेंटर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत डॉ. प्रिया मिश्रा हड़ताल के बाद भी मरीजों का इलाज कर रही हैं। जब उनसे संगठन के साथ नहीं होने व मरीजों का इलाज करने के बारे में बात की तो उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा। वे डिस्पेंसरी में आने वाले मरीजों को देखती रही। उन्होंने कहा कि मानव सेवा को देखते हुए सेवा दे रही हूं।

Read More: बेटे के सामने मां से किया गैंग रेप फिर उतारा मौत के घाट, कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा

जज्बे को सलाम

चिकित्सकों के इस जज्बे को वहां मौजूद मरीज भी सलाम करते दिखाई दिए। मरीजों का कहना है कि शहर बीमारियों के मामले में बेहद नाजुक दाैर से गुजर रहा है। चिकित्सकों की हड़ताल ने परेशानी और बढ़ा दी थी। ऐसे में कुछ चिकित्सकों ने मनाव सेवा को अपना दायित्व समझा अौर अपने काम काे प्राथमिकता दी। हमारी समस्या को समझा और तकलीफ से निजाद दिलाई।