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#Kota Air Services : उड़ान के लिए चाहिए 5000 फीट का रनवे

कोटा हवाई अड्डे से निजी कंपनी जूम एयरलाइंस की ओर से विमान सेवा शुरू करने का प्रस्ताव मिलने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों की टीम बुधवार को फिर तकनीकी सर्वे के लिए कोटा पहुंची।

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कोटा हवाई अड्डे से निजी कंपनी जूम एयरलाइंस की ओर से विमान सेवा शुरू करने का प्रस्ताव मिलने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों की टीम बुधवार को फिर तकनीकी सर्वे के लिए कोटा पहुंची।

यहां उप महाप्रबंधक (एटीएम) के.एल. वर्मा के नेतृत्व में हवाई अड्डे के आंतरिक और बाहरी क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने नक्शे देखे और हवाई अड्डा अधिकारी सूरजभान मीना से विस्तृत जानकारी ली।

रनवे के विस्तार की संभावना तलाशी

टीम ने रनवे के विस्तार की संभावना तलाशी। अतिक्रमण और ऊंची इमारतों का जायजा लिया। इसके अलावा सुरक्षा इंतजामों की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम ने भी सर्वे किया।

इसमें यात्रियों के प्रवेश और निकास के अलावा अन्य संसाधनों की जानकारी जुटाई। सूत्रों के अनुसार जूम एयरलाइंस ने 5 हजार फीट रनवे की आवश्यकता बताई है। यह कंपनी कोटा से दिल्ली के बीच विमान चलाना चाहती है।

अभी रनवे 4 हजार फीट है। नाले तक विस्तार और कुछ सरकारी जमीन लेने के बाद अधिकतम विस्तार 4 हजार 921 फीट तक हो सकता है। एएआई उप महाप्रबंधक (एटीएम) के.एल. वर्मा ने बताया, एटीआर-42 के हिसाब से संभावनाएं देखने आए हैं।

सर्वे के दौरान अतिक्रमण, नाला और आसपास ऊंची इमारतें मिली हैं। रनवे की मजबूती की भी जांच की जाएगी। हमें तकनीकी सर्वे करना है। इसकी रिपोर्ट अथॉरिटी को देंगे। विमान सेवा कब शुरू होगी या नहीं होगी। इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं।

प्रतिनिधिमंडल भी मिला

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम से मिलने कोटा एयरपोर्ट संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंडल भी पहुंचा। यहां समिति के सदस्य राहुल सेठी और अन्य ने कहा, साहब यहां कई बार सर्वे हुआ, लेकिन विमान सेवा शुरू नहीं हुई। कोटा का हर नागरिक विमान सेवा चाहता है।

पांच माह पहले भी हुआ था सर्वे

इससे पहले माह में महाप्रबंधक (एटीएम) जे.एस. संधू के साथ अन्य अधिकारी कोटा हवाई अड्डे का तकनीकी सर्वे करने आए थे। इसकी रिपोर्ट एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंपी गई।

इसके बाद दिल्ली में विभाग के मंत्री की मौजूदगी में बैठक हुई। तब यह बात सामने आई कि छोटे विमान उड़ाने की संभावना पर विचार किया जाएगा। एटीआर 42 रनवे विस्तार के अभाव में संभव नहीं और इसके लिए पर्याप्त भूमि नहीं है।

इतनी जमीन मांगी थी

हवाई अड्डा प्राधिकरण ने पूर्व में हुए सर्वे से पहले कोटा से एटीआर 42 टाइप के एयरक्राफ्ट उड़ाने के लिए 13.97 एकड़ जमीन की आवश्यकता बताई थी।

इससे रनवे की लम्बाई 5 हजार फीट हो जाएगी। सर्वे के दौरान यह पाया गया कि दादाबाड़ी की ओर नाले को कवर करके कुछ जगह और अधिग्रहण की जाए तो रनवे का विस्तार हो सकता है