उन्होंने प्रतिभागियों को स्केचिंग करना सिखाया। कई प्रतिभागियों ने प्रश्न भी पूछे। इस मौके पर पूर्व राज परिवार की सदस्य उत्तरा कुमारी, इज्यराज सिंह व जयदेव सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे। राजपरिवार के सदस्यों ने कोटा कलमकारी पर चर्चा भी की। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
ट्रस्ट के क्यूरेटर आशुतोष आचार्य ने बताया कि कार्यशाला का आयोजन दो पारियों में किया जा रहा है। कोटा की चित्र शैली को प्रोत्साहित करने के लिए यह कार्यशाला 23 नवम्बर तक चलेगी।
कोटा कलम चित्रकारी शैली के चित्र न्यूयॉर्क के मेट्रोपोलिटन म्यूजियम ऑफ़ आर्ट (मेट), बॉस्टन के हॉर्वर्ड आर्ट म्यूजियम, स्विट्ज़रलैंड के राइटबर्ग म्यूजियम और दिल्ली के नेशनल म्यूजियम में भी प्रदर्शित किए गए हैं, लेकिन इस कला के चित्रकार अब कम होते जा रहे हैं। पूर्व राजपरिवार के सदस्य व राव माधोसिंह म्यूजियम ट्रस्ट के ट्रस्टी जयदेव सिंह ने बताया कि विश्व-प्रसिद्ध शैली के संरक्षण की दृष्टि से कार्यशाला का आयोजन किया, ताकि युवा पीढ़ी भी इस कला को सीख सके।