scriptभ्रष्टाचार का बड़ा खेल: 6 हजार अफीम किसानों से 36 करोड़ की वसूली | Big game of corruption: 36 crore recovery from 6 thousand opium farmer | Patrika News

भ्रष्टाचार का बड़ा खेल: 6 हजार अफीम किसानों से 36 करोड़ की वसूली

locationकोटाPublished: Jul 18, 2021 11:51:36 am

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

अफीम की गाढ़ता एवं मारफीन प्रतिशत ज्यादा बताकर 12 आरी का पट्टा दिलवाने के लिए साठ से अस्सी हजार रुपए प्रति किसान वसूले गए। यह राशि चितौडगढ़़, प्रतापगढ़, कोटा एवं झालावाड़ के अफीम किसानों से वसूली गई। जिन काश्तकारों रुपए नहीं दिए उनकी अफीम को घटिया बताकर गाढ़ता एवं मारफीन प्रतिशत कम दिया।

irs.jpg
कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा की टीम की ओर से नकदी के साथ पकड़े गए आईआरएस अधिकारी के बैंक खातों और घर की तलाशी भी एसीबी करेगी। इसके साथ इसमें शामिल विभाग के अन्य संदिग्ध अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। एसीबी ने उदयपुर-कोटा मार्ग पर हैंगिंग ब्रिज टोल नाके के पास 17 जुलाई को उत्तरप्रदेश के गाजीपुर स्थित अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक (आईआरएस) शंशाक यादव के पास से 16.32 लाख रुपए बरामद किए थे। एसीबी टीम की पड़ताल में यह बात सामने आ रही है कि करीब 6 हजार किसानों से राशि वसूली जा चुकी है और 40 हजार किसानों के अफीम के नमूनों की जांच होना बाकि है। अभी तक करीब 36 करोड़ रुपए की वसूली होने का अनुमान सामने आया है। एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि शशांक यादव के पास नीमच स्थित अफीम फैक्ट्री का भी अतिरिक्त चार्ज है। एसीबी को सूचना मिली कि शशांक यादव नीमच में है तथा काश्तकारों से अवैध रूप से वसूल किए लगभग 15 लाख रुपए पुलिस का लोगो लगी कार से चितौडगढ़़ से कोटा होता हुआ गाजीपुर लेकर जा रहा है। सूत्रों से मिली सूचना के बाद शनिवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब उदयपुर-कोटा मार्ग पर हैंगिंग ब्रिज टोल नाके के पास भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा के पुलिस निरीक्षक अजीतसिंह बगडोलिया मय टीम ने आकस्मिक चैकिंग शुरू की। इस दौरान टीम को पुलिस का लोगो लगी हुई कार आती दिखाई दे गई। कार को रुकवाया तो उसमें शशांक यादव के होने की पुष्टि हो गई। कार की जांच की तो शशांक यादव के बैग में मिठाई का डिब्बा मिला। इस डिब्बे में 15 लाख रुपए मिले। वहीं लैपटॉप के बैग व पर्स से 1 लाख 32 हजार 410 रुपए मिले। शशांक के पास कुल 16 लाख 32 हजार 410 रुपए मिले। शशांक, उसके पास मिली राशि का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। एसीबी टीम ने शशांक यादव को गिरफ्तार कर राशि को जब्त कर लिया।
रिश्वत नहीं देने पर ये करते थे अधिकारी

एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि महाप्रबंधक शशांक यादव द्वारा नीमच में अफीम फैक्ट्री में कार्यरत अन्य कर्मचारी अजीत सिंह व दीपक यादव के मार्फत दलालों के जरिए अफीम की बढिय़ा गाढ़ता एवं मारफीन प्रतिशत ज्यादा बताकर 10-12 आरी का पट्टा दिलवाने के लिए साठ से अस्सी हजार रुपए प्रति किसान, चितौडगढ़, प्रतापगढ़, कोटा एवं झालावाड़ के अफीम किसान से वसूले जा रहे हैं। जो काश्तकार रुपए नहीं देते, ये लोग उसकी अफीम को घटिया बताकर गाढ़ता एवं मारफीन प्रतिशत कम कर देते हैं। अफीम लैब के अजीत सिंह एवं कोडिंग टीम के दीपक कुमार यादव ने दलालों के माध्यम से 6000 से अधिक अफीम किसानों से 10-12 आरी के पट्टे दिलवाने के नाम पर करीब 36 करोड़ रुपए एडवांस वसूल लिए। शेष चालीस हजार से अधिक किसानों की अफीम की जांच होना बाकी है।
गाढ़ता एवं मारफीन प्रतिशत पर देते पट्टे
अफीम फैक्ट्री नीमच में पूरे मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के नारकोटिक्स विभाग के लाइसेंसी अफीम काश्तकारों की अफीम जमा की जाती है। इस फैक्ट्री में वर्तमान में इस वर्ष अफीम देने वाले मध्यप्रदेश व राजस्थान के काश्तकारों की अफीम के सैम्पल्स की जांच का कार्य चल रहा है। जांच के बाद ही अफीम की गाढ़ता व मारफीन प्रतिशत के हिसाब से काश्तकारों को भुगतान किया जाता है। गाढ़ता एवं मारफीन प्रतिशत के हिसाब से ही नारकोटिक्स विभाग द्वारा अफीम काश्तकारों को 6 आरी, 10 आरी एवं 12 आरी के पट्टे वितरित किए जाते हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो