6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस दिवाली 4 करोड़ की लाइटिंग व 25 लाख दिपकों से जगमगाएगा कोटा

कोटा. एक मोटे अनुमान के मुताबिक शहर में दीपावली पर मिट्टी के 25 लाख दीपक जगमगाएंगे।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

abhishek jain

Oct 06, 2017

Jaisalmer patrika

Patrika news

कोटा . रोशनी का पर्व दीपावली को अब कुछ ही दिन शेष है। लोग घरों को सजाने व साफ-सफाई में जुट गए हैं। विद्युत सजा के सामान की खरीदारी भी होने लगी है। दुकानों पर बढ़ती ग्राहकी से दुकानदार भी उत्सुक हैं। हालांकि लोगों को चाइनीज लाइटों से मोह भंग हो गया है। जिसके चलते दुकानदारों ने नया माल नहीं मंगवाया है। एक मोटे अनुमान के अनुसार करीब 25 लाख मिट्टी के दीपक शहर में झिलमिलाएंगे।







मिट्टी के 25 लाख दीपक से रोशन होती है दीवाली

मिट्टी के दीपक बनाने वाले मोहनलाल और कमला बाई बताते हैं कि कोटा शहर के विभिन्न क्षेत्रोंं में मिट्टी के दीपक बेचने वालों की 500 से अधिक दुकानें है। प्रत्येक दुकानदार दीपावली के सीजन में 5000 से अधिक दीपक बेच देता है। ऐसे में एक मोटे अनुमान के मुताबिक शहर में दीपावली पर मिट्टी के 25 लाख दीपक जगमगाते हैं।

Read More: किसानों की कर्जमाफी के लिए राजस्थान की मुख्यमंत्री के घर में घुसे पायलट, कहा कब तक कुंभकर्णी नींद सोएंगी

दीपक का कारोबार अभी से ही शुरू हो गया है। कई लोग तो कच्चे दीपक खरीदते हैं। कई देसी पक्के दीपक खरीदते हैं। कुछ लोग गुजराती पैटर्न के दीपक भी खरीदना पसंद करते हैं जो वे गुजरात से मंगवाते हैं। हालांकि ये देसी की अपेक्षा महंगे होते हैं।

Read More: चेक काटने से पहले पढ़ ले यह खबर वरना हो सकती है जेल

दिल्ली, अहमदाबाद, इंदौर से आता है सामान

दुकानदार विनोद कुमार ने बताया कि कोटा में विद्युत सजावट का सारा सामान दिल्ली, अहमदाबाद, इंदौर से आता है। शहर में करीब एक दर्जन थोक व्यापारी है, जो साल भर यही काम करते हैं। करीब दो हजार रिटेलर हैं, जो दीपावली के सीजन में मात्र 15 दिन विद्युत सजावटी सामान बेचते हैं। प्रत्येक रिटेलर 20 हजार का कारोबार कर लेता हैं।

Read More: 10 दिन से ब्लड के लिए तड़पते रहें मरीज, किया हंगामा तो गर्माया माहौल, तब जाकर चेता विभाग

चाइनीज माल भी बिक रहा

दुकानदार कहते हैं कि सभी विद्युत सजावटी सामान मेड इन इंडिया बिक रहा हैं। लेकिन बाजार में करीब 15-20 फीसदी सजावटी विद्युत उत्पाद मेड इन चाइना चमचमा रहा था। दुकानदारों का कहना है कि जो माल पुराना रखा था उसे ही बेच रहे हैं। नया माल नहीं लाए।

Read More: यूं न फुलाओ गाल, बिछुड़े हुए हैं लाल... आधा मिलाप अधूरी मुस्कान


आंकड़ों में दीपोत्सव की रोशनी

500 मिट्टी के दीपक विक्रेता, 5000 दीपक बेचता है प्रत्येक दुकानदार, 25 लाख दीपक बिक जाते हैं शहर में, 50 लाख का हो जाता है कारोबार।

2000 सजावटी विद्युत लाइट विक्रेता शहर में, 20000 का प्रत्येक का कारोबार 4 करोड़ का दीपावली पर सजावटी विद्युत लाइट का कारोबार