
बाधिन एमटी-4 ने करवाई उपस्थिति दर्ज, मिले पैरों के निशान
कोटा.मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व को लेकर खुशखबर है। टाइगर रिजर्व में बाघिन के साक्ष्य मिले। मुकुन्दराा हिल्स टाइगर रिजर्व में विचरण कर रहे बाघ व बाघिन के गत दिनों से कोई साक्ष्य नहीं मिल रहे थे।रविवार को विभाग की टीम ने बाघिन के पैरों के निशान देखे हैं। गत 19दिनों के बाद जंगल मेें बाघिन के मूवमेंट के साक्ष्य नजर आए हैं। जानकारी के अनुसार यह गत 18 अगस्त के बाद से ही बाघिन की न तो विभाग को डायरेक्ट साइटिंग हो पा रही थी, न ही साक्ष्य मिल रहे थे। बाघ एमटी-1 की भी काफी दिनों से साइटिंग नही हुई है।
बाघ व बाघिन दोनों की साइटिंग नहीं होने व साक्ष्य नहीं मिलने के कारण वन्यजीव प्रेमी काफी चिंतित थे। स्थितियों को देखते हुए विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक भी कोटा आए थे, वहीं रणथंभौर से एक्सपर्ट भी बुलाए गए थे। ड्रोन का भी सहारा लिया गया था।
पूर्व में ग्रामीणों ने दी थी सूचना
करीब सप्ताह भर पहले दो ग्रामीणों ने बाघिन को देखे जाने की सूचना दी थी। इसके बाद विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिले थे। टाइगर रिजर्व के 82 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विचरण कर रहे बाघ एमटी-1 के भ गत दिनों से साक्ष्य नहीं मिले हैं।
हालांकि 29 अगस्त को इसके विचरण क्षेत्र में एक सांड को घायल अवस्था में देखा गया था। सांड की स्थिति को देखते विभाग ने संभावना व्यक्त की थी कि इसे बाघ ने ही शिकार बनाने का प्रयास किया।
इनका है कहना
मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक बीजो जॉय के अनुसार मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व की मॉनिटरिंग के दौरान बाघिन एमटी-4 के मूवमेंट के साक्ष्य मिले हैं। बाघ के मूवमेंट सम्बन्धित साक्ष्य नजर नहीं आए हैं। ट्रेकिंग लगतार जारी है। कैमरा ट्रेप लगाने का कार्य भी किया जा रहा है।
Published on:
07 Sept 2020 10:49 am
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