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बालिकाएं सिखेगी चैन स्नैचिंग से बचना

शहर में महिलाओं के साथ आए दिन होने वाली चैन स्नैचिंग की घटनाओं को देखते हुए रसमा की ओर से सरकारी स्कूल की बालिकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है

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कोटा में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाती शारीरिक शिक्षक रचना शर्मा।

कोटा . शहर में महिलाओं के साथ आए दिन होने वाली चैन स्नैचिंग की घटनाओं को देखते हुए सरकार भी सख्त हो गई है। महिलाआें के साथ होने वाली चैन स्नैचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रसमा) की ओर से सरकारी स्कूल की बालिकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि समय रहते एेसी घटनाओं को रोका जा सके।
शारीरिक शिक्षक रचना शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से हर साल बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सीखाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन इस बार अलग हटकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें बालिकाओं को छेड़छाड़ से बचने के अलावा बाजारों में होने वाली चैन स्नैचिंग की घटनाओं को रोकने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में बताया जा रहा है कि चैन स्नैचिंग की घटनाओं के समय महिलाओं के ऊपर होने वाले हमले से किस तरह से बचा जा सके।

- इनको दे रहे प्रशिक्षण

जिले के करीब 45 सीनियर स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक की सभी बालिकाओं को एक माह के लिए प्रतिदिन आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें लगभग 10 हजार बालिाकाओं को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण एक घंटे के लिए प्रार्थना समय से पहले या बाद में दे रहे है। प्रशिक्षण में लगभग 100 बालिकाओं को तो प्रशिक्षण देना ही है।


- यह दे रहे प्रशिक्षण

प्रशिक्षक रचना शर्मा ने बताया कि कक्षा 9 से 12वीं की बालिकाओं को चैन स्नैचिंग की घटना से बचाने के टिप्स, चाकू, डंडे के हमले व गला दबाने से बचाना, छेड़छाड़ की घटना से मुकाबला करने के टिप्स सिखाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि बालिकाओं को ऊपर, मीडिल व लोवर पंच मारने के टिप्स भी सिखाए जा रहे है। बालिकाओं को शरीर के कमजोर पार्ट्स को हम्लावर से कैसे बचाया जाए इसके टिप्स भी सिखाए जा रहे है। इस प्रशिक्षण में बालिकाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। शिविर में करीब 250 बालिकाएं भाग ले रही है। बालिकाओं यह प्रशिक्षण एक महिने तक दिया जाएगा।