ज्योतिषाचार्य अमित जैन शास्त्री के अनुसार होली का त्योहार जहां रंगों से जीवन में उल्लास लाने वाला होता है वहीं इसके साथ तंत्र साधना का योग भी जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि इस दिन तंत्र-मंत्र को मानने वाले खास सिद्धियों के लिए पूजन करवाते हैं। वैसे होलिका दहन की रात्रि को तंत्र साधना की दृष्टि से हमारे शास्त्रों में महत्वपूर्ण माना गया है। यह रात्रि तंत्र साधना व लक्ष्मी प्राप्ति के साथ खुद पर किए गए तंत्? मंत्र ?? के प्रतिरक्षण के लिए सबसे उपयुक्त मानी गई है।
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गौरतलब है कि वैदिक काल होली के इस पर्व को को नवान्नेष्टि यज्ञ कहा जाता था। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने अपने क्रोध की आग से कामदेव को भ्रस्म कर दिया था। तब ही से होली का प्रचालन हुआ। यूं भी कह सकते हैं कि यह विशेष दिवस मन को नियंत्रित करने की सीख देने वाला है। इसी के चलते कई लोग भगवान शिव के इससे जुड़ाव होने के कारण तंत्र और मंत्र को होली से जोड़ते हैं। तंत्र शास्त्र के अनुसार होली के दिन कुछ खास उपाय करने से मनचाहा काम हो जाता है। तंत्र क्रियाओं की प्रमुख चार रात्रियों में से एक रात ये भी है। होली की अग्नी से कई मुसीबतों से भी राहत मिल सकती है।
ज्योतिषाचार्य अमित जैन शास्त्री की मानें तो शत्रु पर विजय प्राप्त करने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। इस दिन गौमती चक्र को लेकर शत्रु का नाम लेकर होली की अग्नि में डाल दें तो शत्रु पस्त हो जाएगा और कोर्ट कचहरी में आपकी जीत होगी।
इन बातों का रखें ख्याल -इस दौरान सफेद रंग की खाने पीने की चीजों के सेवन से बचना चाहिए। दरअसल इस शाम टोने-टोटके के लिए सफेद खाद्य पदार्थों का उपयोग किया जाता है।
ज्योतिषाचार्य जैन के अनुसार होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें। रात को जलती होली में उन्हें डाल दें। माना जाता है कि इस तरह आप पर हुआ कोई भी टोटका खत्म हो जाएगा।