
कोटा . देश के 476 मेडिकल कॉलेजों में 61140 एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेन्स टेस्ट (नीट-2018) रविवार को आयोजित हुआ। परीक्षार्थियों ने बताया कि पूरा पेपर एनसीईआरटी से आया। जहां फिजिक्स ने पसीने छुड़ाए, वहीं केमेस्ट्री व बायो आसान रही। सभी विषयों को समान महत्व दिया गया। अब विद्यार्थियों को आंसर-की का इंतजार है।
नीट में ओवरऑल पेपर आसान रहा। इस बार 20 कोड में पेपर आया। जबकि गत वर्ष 12 कोड में ही आया था। इस बार बायोलॉजी ही रैंक तय करेगी, क्योंकि बॉटनी के पेपर में कुछ प्रश्न ऐसे रहे, जो कि श्रेष्ठता को तय करेंगे। बायोलॉजी व केमेस्ट्री का पेपर आसान रहा। फि जिक्स का पेपर भी ओवरऑल सामान्य रहा, लेकिन न्यूमेरिकल्स में कैलकुलेशन ज्यादा होने से लैंथी रहा।
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चार पेपर 720 अंकों के
720 अंकों के 3 घंटे के पेपर में फि जिक्स, केमेस्ट्री, जूलॉजी व बॉटनी के कुल 180 प्रश्न पूछे गए। वहीं सेंटरों पर कड़े निर्देशों के तहत ही प्रवेश दिया गया। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल उपयोग रोकने के लिए जैमर लगाए। सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था भी रही।
कोटा में 10875 परीक्षार्थी
सीबीएसई के अनुसार, नीट परीक्षा में पूरे देश में 13 लाख 26 हजार 725 विद्यार्थी रजिस्टर्ड हुए। 136 शहरों में 2255 सेंटर्स बनाए गए। इनमें से कोटा से मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे 1 लाख 35 हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया। 1 सीट पर 22 परीक्षार्थी दावेदार हंै। सीबीएसई सिटी कॉर्डिनेटर प्रदीपसिंह गौड़ ने बताया कि कोटा शहर में 20 सेंटर्स पर 11001 परीक्षार्थियों में से 10875 ने परीक्षा दी, जबकि 126 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
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हर केन्द्र पर लगी कतार
केन्द्रों पर परीक्षा के लिए दो स्लॉट में प्रवेश दिया गया। पहले स्लॉट में सुबह 7.30 बजे व दूसरे स्लॉट में 8.30 बजे से प्रवेश दिया गया। जांच प्रक्रिया के बाद स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया गया। इसके चलते सेंटर के बाहर कतार लगी रही। सुबह 9.30 बजे बाद किसी को एंट्री नहीं दी गई। परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक ऑफ लाइन मोड पर हुई।
Published on:
07 May 2018 01:48 pm
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