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JEE-Main 2024 : जेईई-मेन में महाराष्ट्र के नीलकृष्ण ऑल इंडिया टॉपर

कोटा कोचिंग्स के छात्रों ने फिर किया कमाल टॉप-5 में 3 क्लासरूम स्टूडेंट्स एलन से रैंक-2 पर दक्षेश संजय मिश्रा और रैंक-4 पर आदित्य कुमार भी कोटा से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से जेईई-मेन 2024 के परिणाम बुधवार रात को जारी कर दिए गए। महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले नीलकृष्ण ने ऑल इंडिया […]

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कोटा

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Deepak Sharma

Apr 25, 2024

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कोटा कोचिंग्स के छात्रों ने फिर किया कमाल टॉप-5 में 3 क्लासरूम स्टूडेंट्स एलन से

रैंक-2 पर दक्षेश संजय मिश्रा और रैंक-4 पर आदित्य कुमार भी कोटा से

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से जेईई-मेन 2024 के परिणाम बुधवार रात को जारी कर दिए गए। महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले नीलकृष्ण ने ऑल इंडिया टॉप किया है। इनके अलावा रैंक -2 पर रहे दक्षेश संजय मिश्रा और रैंक -4 पर आदित्य कुमार हैंँ। नील कृष्ण के साथ ये दोनों छात्र भी कोटा से ही जेईई-मेन्स की तैयारी कर रहे हैं। तीनों ही यहां एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स हैं।

परीक्षा में 56 स्टूडेंटस ने 100 पर्सेंटाइल प्राप्त किए हैं। शुरुआती परिणामों में टॉप-5 स्टूडेंट्स शामिल हैं। परीक्षा में 14 लाख 76 हजार 557 ने रजिस्ट्रेशन करवाया, इसमें से 14 लाख 15 हजार 110 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। यह संख्या जेईई-मेन के इतिहास में अब तक सबसे अधिक है। दोनों सेशन में कुल 10 लाख 67 हजार 959 कॉमन विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। एलन से बड़ी संख्या में टॉप स्टूडेंट्स ने जेईई-एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई किया है। इनके रिजल्ट्स देखे जा रहे हैं।

एलन के निदेशक डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन के दो वर्ष से क्लासरूम स्टूडेंट नीलकृष्ण ने आल इंडिया टॉप किया है। वहीं रैंक-2 पर भी एलन के क्लासरूम स्टूडेंट दक्षेस संजय मिश्रा व रैंक-4 पर भी एलन के क्लासरूम स्टूडेंट आदित्य कुमार रहे हैं। सामान्य वर्ग की कटऑफ में 2.45% की बढ़ोतरी आरक्षित वर्ग की कट ऑफ में 6% से 9% की वृद्धि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए,नई दिल्ली द्वारा जेईई-मेन,2024 का परीक्षा-परिणाम, विद्यार्थियों की ऑल इंडिया रैंक्स तथा जेईई-एडवांस्ड की क्वालीफाइंग कट-ऑफ जारी कर दी गई है। प्रश्न पत्रों का स्तर सामान्य होने के कारण लगातार दूसरे वर्ष भी सभी कैटेगरी की क्वालीफाइंग कट-ऑफ में बढ़ोतरी हुई है।

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि सामान्य केटेगरी की क्वालीफाई कटऑफ में पिछले वर्ष-2023 की सापेक्ष लगभग 2.45%-का इजाफा हुआ है।ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस तथा एससी एवं एसटी-कैटेगरी की कट-आफ में यह वृद्धि क्रमशः 6%,5.7%, 8.12% एवं 9.46% है। प्रश्नपत्रों का स्तर बेहद सामान्य होने के कारण वर्ष-2022 के सापेक्ष वर्ष-2023 की जेईई-एडवांस्ड क्वालीफाइंग कट-ऑफ में भी वृद्धि हुई थी तथा फिर से वर्ष-2023 के सापेक्ष वर्ष-2024 की जेईई-एडवांस्ड क्वालीफाइंग कट-ऑफ में फिर से वृद्धि हुई है।

जब तक डाउट क्लीयर नहीं हो जाए, पूछते रहो : नीलकृष्ण

आल इंडिया रैंक - 01पिताः निर्मल कुमार (किसान)

मां : योगिता जन्मतिथि : 4 नवम्बर 2005

किसान परिवार के बेटे नील ने इससे पहले जेईई-मेन जनवरी में 100 पर्सेन्टाइल स्कोर एवं परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक हासिल किए हैं। नील ने बताया कि बचपन अकोला के नजदीक वाशिन जिले के बेलखेड़ में बीता; यहां कक्षा 4 तक पढ़ने के बाद कक्षा 5 से 10 तक जेसीआई स्कूल कांरजलाड में पढ़ा, फिर 11वीं में एलन में एडमिशन लिया। पिता किसान हैं और परिवार खेती पर निर्भर है। परिवार के सामने आर्थिक चुनौतियां भी रही हैं। एलन में एडमिशन लिया तो 75 प्रतिशत स्कॉलरशिप मिली, इसी कारण मैं जेईई की तैयारी में आगे बढ़ सका।

पापा-मम्मी ने मेरी पढ़ाई जारी रखने के लिए अपनी कई जरूरतें पूरी नहीं की। हमेशा मुझे मोटिवेट भी किया। कई बार टेस्ट में नम्बर कम आते तो मुझे हिम्मत देते और अगले की तैयारी अच्छी करने के लिए समझाते। मुझे फिजिक्स में रिसर्च में जाना है, इसीलिए मैंने जेईई टारगेट किया है। सब्जेक्ट वाइज तैयारी की बात करें तो मैं फिजिक्स क्लास नोट्स को रेफरेंस की तरह लेते हुए पढ़ता हूं। फिजिकल कैमेस्ट्री को भी ऐसे ही पढ़ता हूं। इनआर्गेनिक कैमेस्ट्री को नोट्स रिव्यू करके और आर्गेनिक कैमेस्ट्री नोट्स और प्रोब्लम सॉल्व करके सीखता हूं।

मैथ्स में प्रेक्टिस ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए। एक स्टूडेंट को ज्यादा से ज्यादा जानने की इच्छा रखनी चाहिए और जब तक सवाल का हल समझ नहीं आ जाता तब तक पूछते रहना चाहिए। पूछने में शर्म नहीं करनी चाहिए। रोजाना 10 से 12 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। अब जेईई एडवांस्ड पर पूरा फोकस है। आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहता हूं। पढ़ाई के साथ-साथ मैं आर्चरी भी खेलता हूं। स्टेट और नेशनल टूर्नामेंट तक खेल चुका हूं। यह खेल मुझे लक्ष्य साधने के लिए एकाग्रता सीखाता है। साउथ इंडियन फिल्म देखने का शौक है, एग्जाम के बाद या सप्ताह में एक बार फिल्म देखता हूं।

आल इंडिया रैंक - 02एनसीईआरटी सिलेबस पर फोकस कियाः दक्षेश मिश्रा

पिताः संजय मिश्रा (इंजीनियर) मांः सुनीता मिश्रा (टेलीकॉम सेक्टर)

जन्मतिथिः 15 जनवरी 2006 दक्षेश मिश्रा ने जेईई मेन परीक्षा में 100 पर्सेंटाइल स्कोर एवं परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंक हासिल की है। दक्षेश ने इससे पहले दसवीं कक्षा 98 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। उसने बताया कि मैं रोजाना 10 से 12 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। दक्षेश ने अपना स्टडी प्लान शेयर करते हुए बताया कि मैं पूरी तरह एनसीईआरटी सिलेबस पर फोकस करता हूं। मैथ्स व फीजिक्स के सवालों की प्रैक्टिस करता हूं क्योंकि इससे कॉन्फिडेंस लेवल मजबूत होता है। लास्ट टाइम में रिवीजन सबसे महत्वपूर्ण है। फिलहाल जेईई एडवांस्ड पर पूरा फोकस है। आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करने का सपना है।

एस्ट्रो फिजिक्स के क्षेत्र में जाना चाहता हूंः आदित्य कुमार

जेईई मेनः एआईआर-04 पिताः प्रकाश कुमार (स्टार्ट अप)

माताः मीनू प्रभा बेज (स्टार्ट अप)जन्मतिथिः 14 अप्रैल 2006

आदित्य ने जेईई मेन में परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक 04 हासिल की है। आदित्य ने बताया कि मैं रोजाना 8 से 9 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। इंस्टीेटयूट में समय-समय पर जो टेस्ट होते थे, उनको लेकर काफी सीरियस रहता था, क्योंकि टेस्ट से ही आप खुद का एनालिसिस कर पाते हो। यदि किसी टेस्ट में मार्क्स कम आते थे तो कोशिश रहती थी कि अगले टेस्ट में उन गलतियों को दोबारा नहीं दोहराऊं। इससे पहले 10वीं कक्षा 97.8 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी। फिलहाल जेईई एडवांस्ड पर फोकस है। मैं आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से बीटेक करने के बाद एस्ट्रोफिजिक्स के क्षेत्र में जाना चाहता हूं।