ट्रेंचिंग ग्राउंड का कचरा बना मुसीबतों को पहाड़
स्वच्छता सर्वेक्षण में फिसड्डी रहने का बड़ा कारण है ट्रेंचिंग ग्राउंड
ट्रेंचिंग ग्राउंड का कचरा बना मुसीबतों को पहाड़
कोटा. शहर से निकलने वाले कचरे का निस्तारण नहीं होने के कारण ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ खड़ा हो गया है। इस कचरे का निस्तरण नगर निगम के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। एनजीटी की कड़ी फटकार के बाद अब इस कचरे का निस्तारण करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। केन्द्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में कोटा के पिछडऩे का बड़ा कारण कचरे का निस्तारण नहीं होना माना गया। निगम चुनाव में भी ट्रंेचिंग ग्राउण्ड का मुद्दा उठेगा। पिछले एक दशक से ट्रेंचिंग ग्राउण्ड को नांता से शिफ्ट करने की कवायद चल रही है, लेकिन नतीजा शून्य रहा है। भाजपा बोर्ड की पहली बैठक में ही ट्रेंचिंग ग्राउण्ड को शिफ्ट करने का निर्णय हुआ था और हर बैठक में यह मुद्दा उठाया जाता था, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई है। निगम ने ट्रेंचिंग ग्राउण्ड को शिफ्ट करने के लिए जगह भी देखी है, लेकिन राजनीतिक विरोध के चलते मामला अटक गया है। स्वायत्त शासन मंत्री ने पिछले दिनों जिला प्रशासन, राजस्व विभाग तथा नगर निगम को ट्रेंचिंग ग्राउण्ड को शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक जगह का चयन नहीं किया गया है।
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