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नीट-यूजी 2022: क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स में बड़ी गिरावट

जनरल कैटेगरी के क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स में बडी गिरावट आई है। एनटीए के इतिहास में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के लिए वर्ष-2022 में क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स अब तक के न्यूनतम स्तर पर हैं। वर्ष 2021 में जनरल कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स जहां 138 थे, जबकि वर्ष-2022 में यह घटकर मात्र 117 रह गए हैं। इसी प्रकार ओबीसी, एससी एवं एसटी कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स 108 से गिरकर 93 रह गए।

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कोटा

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Abhishek Gupta

Sep 08, 2022

नीट-यूजी 2022: क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स में बड़ी गिरावट

नीट-यूजी 2022: क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स में बड़ी गिरावट

एनटीए ने जारी किया नीट-यूजी 2022 का रिजल्ट

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बुधवार देर रात देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2022 का परिणाम जारी कर दिया। दिनभर के इंतजार के बाद ये परिणाम देर रात जारी किया गया। परिणामों में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की छात्रा तनिष्का ने ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। तनिष्का मूलरूप से हरियाणा की रहने वाली है और दो साल कोटा में रहकर कोचिंग की तनिष्का ने 720 में से 715 अंक प्राप्त किए हैं। दूसरी रैंक वत्स आशीष बत्रा दिल्ली, तीसरी रैंक ऋषिकेश नागभूषण गंगुले कर्नाटक, चौथी रैंक रुचा पावाशे कर्नाटक, पांचवीं रैंक एराबेली सिद्धार्थ राव तेलंगाना, छठां रिषी विनय बालसे महाराष्ट्र, सातवां पर पंजाब अर्पित नारांग, आठवें कर्नाटका कृष्णा, नवें गुजरात जील विपुल व्यास, दसवें पर जम्मू कश्मीर परवेजलोन रहे है।

नीट-यूजी 2022 परीक्षा 17 जुलाई को हुई। जिसमें 18 लाख 72 हजार 342 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें से 17,64,571 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे और कुल 9,93,069 छात्र पास हुए हैं। नीट में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह परीक्षा भारत के 483 और 14 विदेशी शहरों के 3570 केंद्रों पर संपन्न हुई थी। विदेशों में अबूधाबी, बैंकॉक, कोलंबो, दोहा, काठमांडू, कुआलालंपुर, मनामा, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर, दुबई और कुवैत में परीक्षा हुई थी।

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देश में एम्स सहित 612 मेडिकल कॉलेजों की 92 हजार एमबीबीएस सीटों पर इस परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा बीडीएस और अन्य विधियों की सीटों में भी प्रवेश दिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले 2020 में एलन के ही शोएब आफताब ने ऑल इंडिया टॉप किया था और पहली बार पूरे में से पूरे 720 अंक प्राप्त किए थे।

क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स में बड़ी गिरावट

परिणाम के अनुसार जनरल कैटेगरी के क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स में बडी गिरावट आई है। एनटीए के इतिहास में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के लिए वर्ष-2022 में क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स अब तक के न्यूनतम स्तर पर हैं। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि वर्ष 2021 में जनरल कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग कट-ऑफ मार्क्स जहां 138 थे, जबकि वर्ष-2022 में यह घटकर मात्र 117 रह गए हैं। इसी प्रकार ओबीसी, एससी एवं एसटी कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स 108 से गिरकर 93 रह गए।

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पिछले 4-वर्षों के नीट-एलिजिबिलिटी अंकों के आंकड़े

एमबीबीएस-बीडीएस सीटों पर प्रवेश के लिए एलिजिबिलिटी अंक : 16.25 मात्र

वर्ष-2022
जनरल कैटेगरी- 117 अंक

जनरल कैटेगरी पीडब्ल्यूडी- 105 अंक
ओबीसी, एससी, एसटी एवं पीडब्ल्यूडी- 93 अंक

वर्ष-2021
जनरल केटेगरी- 138 अंक
जनरल कैटेगरी पीडब्ल्यूडी-122 अंक

ओबीसी, एससी, एसटी एवं पीडब्ल्यूडी कैटेगरी- 108 अंक

वर्ष-2020
जनरल कैटेगरी-147 अंक
जनरल पीडब्ल्यूडी-129 अंक

ओबीसी एससी एसटी एवं पीडब्ल्यूडी कैटेगरी-113 अंक

वर्ष-2019
जनरल केटेगरी-134 अंक
जनरल पीडब्ल्यूडी-120 अंक

ओबीसी,एससी, एसटी एवं पीडब्ल्यूडी कैटेगरी-107 अंक

नहीं मिलती सीट

देव शर्मा ने बताया कि नीट-यूजी प्रवेश-परीक्षा के पूर्णांक-720 होते हैं। ऐसी स्थिति में इतने मामूली-अंकों पर भी विद्यार्थी को नीट-एलिजिबिल अर्थात सेंट्रल एवं स्टेट-काउंसलिंग के आधार पर एमबीबीएस-बीडीएस सीटों पर प्रवेश के लिए पात्र घोषित किया जाना औचित्य-पूर्ण प्रतीत होता।
जनरल-कैटेगरी के लिए पिछले 3-वर्षों का औसत लिया जाए तो वह मात्र लगभग 140-अंक है। प्रतिशत के तौर पर मात्र 19.3%-अंक प्राप्त कर लेने पर जनरल-कैटेगरी का विद्यार्थी एमबीबीएस-बीडीएस सीटों पर प्रवेश के लिए पात्र हो जाता है। हालांकि इतने अंकों पर उसे किसी भी मेडिकल-संस्थान में गवर्नमेंट-एमबीबीएस सीट प्राप्त नहीं होती, किंतु वह प्राइवेट मेडिकल-संस्थानों की एमबीबीएस-सीट पर तो 5-1/2-वर्ष के लिए लगभग 1करोड़ रुपए की फीस देकर प्रवेश प्राप्त कर ही लेता है।