नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से नीट-यूजी 2023 रविवार को हुई। देश के 497 शहरों के परीक्षा केंद्रों पर 20 लाख से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत रहे। इस परीक्षा के माध्यम से देशभर के मेडिकल कॉलेजों की 1.90 लाख सीटों पर प्रवेश दिए जाएंगे।
एनटीए के जोनल कॉर्डिनेटर डॉ. प्रदीप सिंह गौड़ ने बताया कि राजस्थान में 24 शहरों के 354 परीक्षा केंद्रों पर 1 लाख 75 हजार 872 बच्चों ने परीक्षा दी। कोटा में 20621 परीक्षार्थी शामिल हुए। दोपहर 2 से शाम 5.20 बजे तक चली परीक्षा में मेटल डिटेक्टर जांच के बाद प्रवेश दिया गया। एनटीए ने सभी परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। दिल्ली में बैठे अधिकारी मॉनिटरिंग की।
हर परीक्षा केन्द्र पर दो ऑब्जर्वर व एक सब इंस्पेक्टर तैनात रहे।एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र पिछले वर्ष के मुकाबले स्तरीय रहा। फिजिक्स के पेपर में 58 प्रश्न बारहवीं कक्षा के सिलेबस से पूछे गए। 11वीं कक्षा से मात्र 42 प्रतिशत प्रश्न पूछे गए। बायोलॉजी व कैमिस्ट्री का पेपर एनसीईआरटी आधारित रहा। कैमिस्ट्री के कुछ सवालों ने विद्यार्थियों को उलझाया।
तेज धूप में बच्चों व परिजनों की भी परीक्षा
नीट यूजी परीक्षा में प्रवेश का समय सुबह 11 बजे था, जो डेढ़ बजे तक चला। ऐसे में तेज धूप में बच्चे लंबी कतार में खड़े रहे। परिजनों की भी परीक्षा रही। कुछ सेंटरों पर बच्चे देरी से पहुंचे, उनको प्रवेश नहीं दिया गया। कुछ बच्चे अपने साथ फोटोग्राफ लेकर नहीं आए तो कुछ ओरिजनल आईडी नहीं लेकर आए थे।
ऐसे में उनके परिजनों की मशक्कत रही। कुछ छात्राएं कान व नाक में आभूषण पहनकर आई, जिन्हें खुलवाया गया। केन्द्रों के बाहर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। करीब 50 मीटर दूर बेरिकेडिंग कर दी गई थी। ऐसे में वाहनों का आना-जाना बंद रहा। परीक्षार्थियों को मेटल डिटेक्टर व बायोमेटि्रक के जरिए प्रवेश दिया गया। कई अभिभावक केन्द्रों के आसपास ही रुक गए। जिनको जहां छाया मिली, वहीं बैठकर इंतजार करते रहे।