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पौते को कोरोना ना हो, दादा-दादी ने ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या

कोटा. पौते को कहीं कोरोना नहीं हो जाए, इससे भयभीत कोरोना संक्रमित बुजुर्ग दादा-दादी ने रविवार सुबह ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस दोनों शवों को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार करवाया।

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कोटा

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Deepak Sharma

May 02, 2021

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कोटा. पौते को कहीं कोरोना नहीं हो जाए, इससे भयभीत कोरोना संक्रमित बुजुर्ग दादा-दादी ने रविवार सुबह ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस दोनों शवों को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार करवाया।

घटना की जानकारी सुबह 9.30 बजे ट्रेन ड्राइवर ने जीआरपी को दी। सूचना के बाद रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे लिया। पुलिस जांच पड़ताल की तो पता चला कि पुरोहित जी की टापरी निवासी पति-पत्नी हीरालाल बैरवा (75) व शांति बाई (70) दोनों कोरोना संक्रमित थे। उन्हें चिंता सताए जा रही थी कि कहीं उनके पौते रोहन को कोरोना नहीं हो जाए। पौता संक्रमित न हो इसलिए दोनों ने परिवार के अन्य सदस्यों को बिना बताए रेलवे ट्रेक पर चम्बल नदी से पहले ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।

पेट दर्द पर अस्पताल में दिखाया था
पड़ौसी पप्पू ने बताया कि हीरालाल व शांति बाई दोनों की तबीयत खराब थी। हीरालाल को 30 अप्रेल को पेट दर्द हुआ तो उसे एक निजी अस्पताल में चिकित्सक को दिखाया तो उन्होंने इंजेक्शन लगाकर घर पर आराम करने की सलाह दी। तबीयत जब ज्यादा खराब हो गई तो 1 मई को न्यू मेडिकल कॉलेज लेकर गए। वहां आक्सीजन की कमी बताकर भर्ती नहीं किया। परिजनों ने अस्पताल के बाहर खड़ी एम्बुलेंस से हीरालाल के ऑक्सीजन लगवाई। उसके बाद उनकी तबीयत में काफी सुधार हो गया और परिजन घर लेकर आ गए। इसके बाद दोनों ने रविवार सुबह ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। इस बारे में पौते रोहन से सम्पर्क नहीं हो पाया।

8 साल पहले बेटा खो चुका दम्पती
पड़ौसियों ने बताया कि दम्पती का बेटा राजेन्द्र बैरवा (45) की 8 साल पहले मौत हो गई थी। परिवार में दम्पती सहित बहू, पोता-पोती सहित 5 लोगों का परिवार था।

कोरोना संक्रमित थे दम्पत्ति
पुलिस उपाधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ ने बताया कि जानकारी मिली है कि दोनों पति-पत्नी कोरोना संक्रमित थे और होम आइसोलेट थे। परिजनों ने बातचीत में बताया कि दादा-दादी को यह चिंता थी कि हमारी वजह से पोते को कोरोना नहीं हो जाए, इसके चलते दोनों ने घरवालों को बिना बताए आज सुबह ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।