
नागौर. कोतवाली पुलिस ने बुधवार को शहर के इंदिरा कॉलोनी स्थित एक मकान से कोलकाता व अहमदाबाद की पांच युवतियों व दो स्थानीय युवकों को गिरफ्तार किया। पुलिस को स्थानीय लोगों ने संदिग्ध गतिविधियां होने की जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले शोर-शराबा होने के कारण युवक-युवतियां सतर्क हो गए, जिसके चलते पुलिस उन्हें शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर पाई। थानाधिकारी भंवरसिंह ने बताया कि बुधवार को इंदिरा कॉलोनी में रहने वाले एक व्यक्ति ने सूचना देकर बताया कि एक मकान में कुछ बाहरी युवतियां व युवक संदिग्ध गतिविधियां संचालित कर रहे हैं, जिसके कारण कॉलोनी में माहौल खराब हो रहा है तथा बच्चों पर भी गलत असर पड़ता है। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक स्थानीय लोगों ने हल्ला मचाकर युवक-युवतियों को सतर्क कर दिया, जिसके कारण पुलिस उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार नहीं कर सकी। मोहल्लेवासियों की शिकार पर पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में सातों की गिरफ्तार दिखाकर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां सभी को जमानत पर रिहा कर दिया।
डिप्टी कर सकते हैं पीटा एक्ट की कार्रवाई
मोहल्लेवासियों ने बताया कि कोतकाला व अहमदाबाद की रहने वाली युवतियां पिछले काफी दिनों से यहां वैश्यावृति का काम कर रही थीं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पीटा एक्ट में कार्रवाई करने का मानस बनाया, लेकिन शोर-शराबा होने के कारण सफल नहीं हो पाए। गौरतलब है कि पीटा एक्ट की कार्रवाई डिप्टी रेंक से नीचे के पुलिस अधिकारी नहीं कर सकते। इसके साथ एेसी कार्रवाई में पहले बोगस ग्राहक बनाकर भेजना जरूरी है, लेकिन लोगों के शोर-शराबे से युवतियां सतर्क हो गईं।
Published on:
20 Oct 2016 11:28 am
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