
दर्द से कराह रहे मरीज, नहीं हो रहे ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन
कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल के अस्थि रोग विभाग में मरीजों के ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। वार्डों में मरीज दर्द से कराह रहे हैं। कई मरीज तो ऑपरेशन नहीं करने से छुट्टी करवा कर चले गए।
नए अस्पताल में अस्थि रोग विभाग में ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए इम्प्लांट खरीद के लिए निविदा प्रक्रिया जारी होती है, लेकिन यह निविदा प्रक्रिया मार्च में ही खत्म हो गई। सूत्रों ने बताया कि अस्थि विभाग बीते दो माह से टेक्निकल फाइनल अप्रूव्ड नहीं कर पाया। इस कारण निविदा प्रक्रिया में देरी हो गई। इधर, इम्प्लांट की खरीद नहीं होने से मरीजों के ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। नया अस्पताल मुख्यमंत्री चिंरजीवी योजना में भी अधिकृत है, लेकिन इससे मरीजों को योजना का भी लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।
मरीजों की पीड़ा
कुन्हाड़ी क्षेत्र की बालिता रोड निवासी मधु शर्मा को कूल्हे का ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट करवाना है। वह 25 जून से अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उनका ऑपरेशन नहीं हो सका। ऑपरेशन नहीं होने से वह दर्द से कराह रही हैं। उनके पति ऑटो चालक इन्द्रजीत सिंह ने बताया कि अस्पताल प्रशासन उन्हेंं निजी अस्पताल में ऑपरेशन के लिए बोल रहा है। वहां करीब डेढ़ लाख का खर्च है, लेकिन उनकी परिवार की हालात ऐसी नहीं है कि वह इतनी बड़ी राशि खर्च कर सके। ऐसे में जेवर बेचने की नौबत आ गई है। वे चिंरजीवि योजना में भी पात्र हैं, लेकिन उसका भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे और भी कई मरीज यहां भर्ती थे। उनके भी रिप्लेसमेंट के ऑपरेशन होने हैं, लेकिन वे भी छुट्टी करवा कर चले गए।
इनका यह कहना
ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के इम्प्लांट के लिए निविदा प्रक्रिया चल रही है। टेण्डर की प्रक्रिया अपलोड हो गई।
डॉ. आरपी मीणा, विभागाध्यक्ष, अस्थि रोग विभाग, कोटा मेडिकल कॉलेज
ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के इम्प्लांट के लिए निविदा प्रक्रिया में है। एसएमएस अस्पताल की आरसी से अस्पताल इम्प्लांट की खरीद कर सकते हैं।
डॉ. नवीन सक्सेना, अधीक्षक व सदस्य सचिव, आरएमआरएस, एमबीएस अस्पताल
Published on:
04 Jul 2021 12:59 pm
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