
Kota Weather
शहर में शीतलहर और कोहरे के असर से कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। नए कोटा का न्यूनतम तापमान गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जबकि स्टेशन क्षेत्र िस्थत मौसमशाला में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री दर्ज किया गया। कड़ाके की सर्दी से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गई है। लोग सुबह देर से रजाइयों से बाहर निकल रहे हैं। कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। सुबह और रात सर्द हवाओं के साथ कोहरा छाए रहने से ठिठुरन बढ़ गई है।
सर्दी से बचाव के लिए लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। हालांकि दिन में लोग धूप सेंकते नजर आए। शाम ढलने के बाद वापस सर्दी का असर बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, शीतलहर का सबसे अधिक खतरा बच्चों और बुजुर्गों को रहता है। अत्यधिक सर्दी में लंबे समय तक संपर्क में रहने से त्वचा कठोर हो सकती है और सुन्नता की समस्या हो सकती है। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि लोग सुबह-शाम अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में आगामी सप्ताह मौसम शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि उदयपुर और कोटा संभाग में कहीं-कहीं हल्का कोहरा दर्ज किया गया है। विभाग ने अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक और गिरावट की संभावना जताई है, जिससे सर्दी का असर और बढ़ सकता है।
मौसम फसलों के लिए फायदेमंद
यह मौसम गेहूं, सरसों, चना व लहसुन की फसलों के लिए फायदेमंद है। शीतलहर से धनिया की फसल में जरूर नुकसान की आशंका है। सब्जियों की बात करें तो बैंगन, पालक, गोभी, मैथी व मूली को नुकसान नहीं है, जबकि बीते दिनों अधिक बारिश से टमाटर की फसल में नुकसान हुआ था। ऐसे में दोबारा पैदावार करने से अभी पौध निकल रहे हैं।
पशुओं को बचाने की जरूरत
पशुपालकों के लिए भी यह मौसम चुनौतीपूर्ण है। शीतलहर के दौरान पशुओं के बीमार होने और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस समय पशुओं को अतिरिक्त पोषण और ठंड से बचाव की विशेष आवश्यकता होती है।
संबंधित विषय:
Updated on:
27 Dec 2025 07:07 pm
Published on:
27 Dec 2025 07:06 pm
बड़ी खबरें
View Allकोटा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
मौसम समाचार
