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नकेल ढीली होते ही सफाई का कचरा

  - ठेकेदार नहीं उठाते प्वॉइंट से कचरा - शहर के आस-पास ही कर रहे डम्प  

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कोटा

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Deepak Sharma

Aug 27, 2018

kota

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कोटा. नगर निगम प्रशासन की ओर से ठेकेदारों पर शिकंजा ढीला करते ही शहर की सफाई व्यवस्था का कचरा हो गया। स्थिति यह है कि ठेकेदार कचरा उठाने में दो चक्कर लगाना तो दूर एक चक्कर भी नहीं लगा रहे। इससे कचरा प्वॉइंट कचरे से अटे पड़े हैं। ठेकेदार शहर के आस-पास ही खाली जगह पर कचरा डाल रहे हैं। इससे बीमारियां फैलने की आशंका बन गई है। स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर डॉ. डी.पी. शर्मा शनिवार को कोटा प्रवास के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था से खिन्न नजर आए थे, उन्होंने कहा था कि सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है।
पिछले एक पखवाड़े से ठेकेदारों ने सफाई में मनमानी शुरू कर दी है। निगरानी नहीं होने से ठेकेदार प्वॉइंटों से कचरा नहीं उठा रहे। टिपरों से भी कचरा एकत्रित कर अघोषित कचरा प्वॉइंटों पर ही खाली कर रहे हैं।

छावनी-रामचन्द्रपुरा में आरओबी के पास पिछले पन्द्रह दिन से रात करीब ९ बजे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से कचरा डाला जा रहा है। इस बारे में निगम प्रशासन को शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा। ठेकेदार डीजल बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। अब तक करीब सौ ट्रॉली कचरे का ढेर लग गया है। कचरे को जेबीसी मशीन लगाकर फैलाया जा रहा है। दाईं मुख्य नहर पर एक मल्टीस्टोरी के पास अघोषित कचरा प्वॉइंट बना दिया है। बारां रोड पर सरस्वती कॉलोनी, एसपी चौराहे के पास जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है। नए कोटा में भी यही स्थिति है।
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आयुक्त बदलते ही ठेकेदार हो गए मस्त
निगम के तत्कालीन आयुक्त डॉ. विक्रम जिंदल का सबसे ज्यादा फोकस शहर की सफाई व्यवस्था पर था। उन्होंने ठेकेदारों पर नकेल कस रखी थी। वे खुद कचरा परिवहन में लगे ट्रैक्टर-ट्रॉली की जांच करते थे। मौके पर ठेकेदारों पर भारी पेनल्टी लगाते थे। आयुक्त कार्यालय में लगी वीडियो वॉल से निगरानी रखते थे। थेकड़ा कचरा संग्रहण केन्द्र पर कितने टिपर आ रहे हैं, इसकी निगरानी रखते थे। आयुक्त के बदलते ही ठेकेदार मस्त हो गए। एक पार्षद की पत्नी व बच्चों के नाम पर सफाई में एक दर्जन टिपर लगा रखे हैं, लेकिन वे खुद आयुक्त के साथ रहने के कारण अधिकारी कार्रवाई से बच रहे हैं। नए आयुक्त के आते ही उन्होंने कार्यालय में ५१ किलो की माला भी पहनाई थी।

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बॉक्स : सर, निगम की निंदा हो रही है, कुछ तो करो

स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर डॉ. डी.पी. शर्मा द्वारा शहर की सफाई को लेकर की गई टिप्पणी निगम के वाट्स-एप गु्रप पर दिनभर चर्चा का विषय रही। पार्षदों ने ग्रुप में निगम प्रशासन पर जोरदार हमला बोला तो आयुक्त जुगलकिशोर मीणा को बचाव में आना पड़ा। उन्होंने कहा कि सोमवार को कचरा प्वॉइंटों से रात में भी कचरा उठाने के आदेश जारी किए जाएंगे। कचरा परिवहन पर निगरानी के लिए विशेष टीम बनाई जाएगी। पार्षद रमेश आहूजा ने सफाई को लेकर तत्काल कदम उठाने, रात में भी कचरा प्वॉइंटों से कचरा उठाने की व्यवस्था लागू करने की मांग उठाई।
वाट्स एप ग्रुप पर एेसे चला संवाद

पार्षद : आज वार्ड ६४ में जेसीबी मशीन व डम्पर नहीं आए हैं, कचरा प्वॉइंट पर कचरा फैला हुआ है।
आयुक्त : ओके आई विल सी।

पार्षद : आयुक्त साब जिस तरह मीडिया में सफाई को लेकर नगर निगम की निंदा हो रही है, मेरी आपसे विनती है कि कृपया कचरा प्वॉइंट से रात को भी कचरा उठना चाहिए।
आयुक्त : कल (सोमवार) रात को कचरा साफ हो जाएगा, इसके सोमवार को कार्यालय खुलते ही आदेश जारी कर दिए जाएंगे।

पार्षद : सर शहर की सड़कों पर भी ध्यान दिया जाए।
आयुक्त : टेण्डर और कार्यादेश जारी हो गए हंै। बारिश रुकते ही सड़कों की मरम्मत शुरू हो जाएगी।

पार्षद : सर रोड लाइटें खराब पड़ी हैं, सड़कों पर गड्ढों के कारण दुर्घटना की संभावना रहती है।
आयुक्त : सभी ६५ वार्डों की एलईडी लाइटों की जांच के लिए टीमों का गठन कर दिया है। ईएसएसएल कम्पनी को तीन दिन में लाइटों को ठीक करने के लिए पाबंद कर दिया है।

पार्षद : सभी ६५ पार्षद निगम को पूरा सहयोग देने के लिए तैयार हैं।
आयुक्त : सभी जेईएन व सफाई निरीक्षकों को तीन दिन में वार्डों की पूरी समस्या नाली, सड़क, कचरा आदि को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। इस सप्ताह सफाई को लेकर मिशन चलाया जाएगा। हर कचरा प्वॉइंट को देखा जाएगा।