
कोटा .
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी एवं लाभ उठाने के लिए ग्रामीणों को अब जिला मुख्यालय पर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, न ही उन्हें आने जाने पर होने वाला खर्च देना पड़ेगा। सामाजिक सुरक्षा अधिकारी ग्रामीणों की पीर हरेंगे और योजनाओं के लाभ से सम्बन्धित सभी कार्य ब्लॉक स्तर पर ही हो जाएंगे। सरकार ने प्रदेश भर में करीब 168 सामाजिक सुरक्षा अधिकारियों को लगाया है। हाड़ौती को दस अधिकारी मिले हैं।
जिले को मिले तीन
कोटा जिले के 5 ब्लॉक में से फिलहाल लाडपुरा पंचायत समिति, सांगोद और सुल्तानपुर में सामाजिक सुरक्षा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। इनमें लाडपुरा पंचायत समिति में अर्पित जैन, सांगोद ब्लॉक में डॉ अनामिका नागर और सुल्तानपुर में श्वेता शर्मा ने कार्यभार संभाल लिया है। कोटा के अलावा बूंदी व झालावाड़ में 2-2 तथा बारां में तीन सामाजिक सुरक्षा अधिकारी लगाए गए हैं।
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2013 में दी थी परीक्षा
सभी सामाजिक सुरक्षा अधिकारी 2013 में लोक सेवा आयोग द्वारा ली गई आरएएस परीक्षा में चयनित हैं। कोर्ट में स्टे के चलते इनकी नियुक्ति अटकी हुई थी। दोबारा में परीक्षा व साक्षात्कार के बाद इनका चयन हुआ और 4 सितम्बर को इनकी नियुक्ति को हरी झंडी मिली है।
इसलिए था जरूरी
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के जिला स्तरीय कार्यालयों में कार्यभार की अधिकता होने और समय पर कार्य पूर्ण नहीं होने से काफी समस्याएं आती हंै। लोगों को हर कार्य के लिए जिला मुख्यालय पर चक्कर लगाना पड़ता है। ब्लॉक स्तर पर ये अधिकारी सामाजिक योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग उपनिदेशक राकेश वर्मा का कहना है कि आमजन की सुविधा के लिए सरकार ने सामाजिक सुरक्षा अधिकारियों को नियुक्त किया है। प्रदेशभर में 168 अधिकारी लगाए हैं। ये सामाजिक नयाय एवं अधिकारिता विभाग की योजनाओं से पात्रों को लाभान्वित करेंगे।
Published on:
21 Nov 2017 07:58 pm
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