कोटा. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री टीकाराम जूली ने गुरुवार को विभाग की ओर से संचालित अंत्येष्टि अनुदान योजना के तहत राज्य के पहले अंत्येष्टि व्यवस्था बूथ का उद्घाटन किया।
इस बूथ में श्रीकर्मयोगी सेवा संस्थान, कोटा के माध्यम से विभागीय अनुदान से अंत्येष्टि करवाई जाएगी। यह राज्य में इस प्रकार का यह पहला बूथ है, जहां पर कोई भी लावारिस, निराश्रित या बेसहारा, जिनकी अंत्येष्टि करने वाला कोई नहीं हो, इस बूथ पर सम्पर्क कर, उनके धार्मिक रीति-रिवाज से निशुल्क अंत्येष्टि कर सकेंगे। मंत्री जूली ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि निर्धन, दिव्यांग एवं समाज के कमजोर वर्ग के कल्याण के लिए राज्य सरकार सदैव कृतसंकल्पित है।
जूली विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उनके सहयोग एवं उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सदैव प्रयासरत है। मंत्री जूली ने मिशन-2030 के तहत ट्रांसजेंडर समुदाय, विभिन्न जातियों के प्रतिनिधियों, विमुक्त एवं घुमन्तु जातियाें, गाडिया लोहार, मिरासी, दिव्यांगजनों, छात्रावास में आवासित विद्यार्थियों, छात्रवृति योजना के लाभार्थियों, एकल महिलाओं, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों, पालनहार के लाभार्थियों एवं विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं से संवाद कर सुझाव लिए।इस अवसर पर मंत्री जूली ने महाराव भीमसिंह अस्पताल में नवीन परिसर में क्रमोन्नत संयुक्त निदेशक कार्यालय का शुभारंभ किया।
स्कूटी, ई-रिक्शा वितरण
निदेशालय विशेष योग्यजन की ओर से संचालित मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के तहत 10 विशेष योग्यजनों को निशुल्क स्कूटी एवं मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना के तहत दिव्यांग गोपाल को बैट्रीचलित ई-रिक्षा प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से इस वर्ष 6250 दिव्यांगों को निशुल्क स्कूटी प्रदान की जाएगी।
विद्यार्थियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर विभाग के छात्रावासों में रहने वाले 75 फीसदी से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों एवं खेलकूद गतिविधियों में राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाले विद्यार्थियों को अम्बेडकर पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। मंत्री जूली ने कहा कि छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों की संख्या 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख की गई है। इसमें बालिकाओं की संख्या 15 हजार से बढ़ाकर 35 हजार की गई हैं। मंत्री जूली का विभिन्न समाज व संगठनों की ओर से स्वागत किया गया।