
कोरोना संक्रमण का दूसरा घेरा शिक्षकों ने संभाला,350 शिक्षक तैनात,सभी का एक लक्ष्य,कोरोना को हराना
@ सुरक्षा राजोरा
कोटा. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच फ्रंटलाइन वॉरियर्स अपनी सहभागिता दिखा रहे हैं। डॉक्टर्स और पुलिस के अलावा इस कड़ी में शिक्षक भी काफी योगदान दे रहे हैं। 1 अप्रैल से शहर के करीब 350 शिक्षक वारियर्स के रूप में काम कर रहे है। चेक पोस्ट से लेकर स्क्रीनिंग ,कंटेल रूम और राशन वितरण में आठ घंटे की ड्यूटी के बाद ऑनलाइन पढ़ाई भी करवा रहें है।
जिले के कई स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर्स में भी तब्दील कर दिया गया है जहां बेड से लेकर पानी समेत अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा जरूरतमंदों के लिए लगाए गए कैंपों में भी खाने की देख-रेख के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। करीब सौ शिक्षकों को क्वारंटाइन सेंटर्स में तैनात किया है।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी और कोरोना कंटेल रूम प्रभारी आदित्य विजय ने बताया कि सरकार राज्य के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद कर रही है जिसमें शिक्षक फ्रंटलाइन वॉरियर के तौर पर काम कर रहे हैं। कोटा शहर में क्वारंटाइन सेंटर्स में ड्यूटी के अलावा शिक्षकों और स्कूलों के हेड मास्टर राशन के वितरण की देखरेख कर रहे हैं और जरूरतमंदों के लिए खाना बनाया जा रहा है, जिसके वितरण की जिम्मेदारी भी इन्हीं लोगों को दी गई है।
इसी तरह अन्य जिलों में भी शिक्षकों की ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटर्स में लगाई गई है। करीब 108 शिक्षक शहर के अलग अलग चैक पोस्ट पर तैनात है।
तेज गर्मी धूप के बीच ये शिक्षक अपनी ड्यूटी निभा रहें है। अध्यापक मनीष शर्मा अनंतपुरा थाने के अन्तर्गत फोरलेन पुलिया के नीचे बाहर से आने वाले यात्रियों का डेटा लेते है, वहीं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कैथून के प्रधानाचार्य अशोक गुप्ता पिछले डेढ माह से कोरोना वॉरियस के रूप में बिना अवकाश लिए लगातार नियमित तौर पर कंटल रूम में अपनी सेवाएं दे रहें है। सभी का एक ही लक्ष्य है कोरोना को हराना है....
छात्रों को ऑनलाइन दे रहे क्लासेज
वहीं दूसरी तरफ छात्रों की पढ़ाई का नुकसान ना हो इसलिए शिक्षक उन्हें ऑनलाइन क्लासेज दे रहे हैं। शिक्षक अपने घरों से ही छात्रों का कोर्स कंप्लीट करवा रहे हैं। इसके अलावा जो छात्र बोर्ड की परीक्षा देने वाले हैं उनकी भी मदद कर रहे हैं। छात्र परीक्षा से जुड़ी कोई भी समस्या का समाधान ऑनलाइन ही अपने टीचर्स से मांग सकते हैं।
इनको बनाया क्वारंटाइन सेंटर्स
जिले के कई स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर्स में भी तब्दील कर दिया गया जिनमें राजकीय बालिका भीममंडी,बालिका सुकेत बालिका पीपल्दा स्कूल शामिल है। राजकीय बालिका भीममंडी में कई श्रमिको को ठहराया गया है। जहां उनके भोजन और जरूरत सामग्री की व्यवस्था की गई है।
Published on:
13 May 2020 09:31 pm
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