गुरुवार को कुशीनगर में दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह के बयान से जिले में सनसनी फैल गई। सीएम योगी के जन्मदिन कार्यक्रम में मंत्री ने भाषण देते हुए कहा कि अगर प्रतिबंधित पशु काटे गए तो काटने वालों का भी यही हाल होगा, इस भाषण के वायरल होते ही तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं।
कुशीनगर में गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन समारोह के दौरान पडरौना के श्री साकेत बिहारी मंदिर परिसर में विश्व हिन्दू महासंघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने बकरीद को लेकर एक विवादास्पद बयान दे दिया। इस बयान के बाद जिले में तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। बाद में राजेश्वर ने सफाई देते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को धमकाना नहीं था, बल्कि सरकार द्वारा कानून व्यवस्था का पालन कराना था।
सीएम के जन्मदिन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राजेश्वर सिंह भाषण देते हुए कहे कि सरकार का आदेश है कि प्रदेश में कहीं भी बकरीद पर प्रतिबंधित पशुओं का कटान नहीं होना चाहिए। बातों ही बातों में उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में बोल दिया कि कुशीनगर में अगर प्रतिबंधित पशुओं का कटान होगा तो काटने वालों को भी वैसा ही परिणाम भुगतना पड़ेगा। इस भाषण के वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई।
जब मामला तूल पकड़ने लगा तब अपने बयान पर सफाई देते हुए राजेश्वर सिंह ने कहा कि उनका मकसद किसी के प्रति द्वेष फैलाना नहीं था, सिर्फ त्योहारों पर सरकार के नियमों को पालन कराना था।कार्यक्रम में विश्व हिन्दू महासंघ के प्रदेश मंत्री राजन जायसवाल समेत कई अन्य नेता भी मौजूद थे। साधु-संतों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की भी कार्यक्रम में उपस्थिति रही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बकरीद को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि बकरीद का त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने में किसी भी स्तर पर शिथिलता नहीं होनी चाहिए। बकरीद पर कुर्बानी पूर्व निर्धारित स्थलों पर ही होनी चाहिए और प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर रहे रोक को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही त्योहारों में नई परंपरा लागू करने की इजाजत किसी को भी नहीं है। अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिया गया है कि हर सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे और किसी भी कीमत पर शांति व्यवस्था कायम रहनी चाहिए।