
sharab factory
कुशीनगर. बिहार प्रांत की पूर्ण शराब बंदी ने कुशीनगर में शराब के अवैध धंधे को चमका दिया है। कच्ची शराब बनाने की धधकती अवैध भट्ठियों के अलावा अब कुशीनगर जिले में कच्ची शराब बनाने के लिए छोटी-छोटी फैक्ट्री स्थापित होने लगी है। शनिवार की शाम को कप्तानगंज की पुलिस ने आबकारी विभाग के साथ बडहरा बाबू गांव में छापा मारकर ऐसी ही एक फैक्ट्री का भण्डाफोड़ कर दिया। इस फैक्ट्री में स्प्रिट से देशी शराब का निर्माण किया जाता था। यहां पैकिंग व होलोग्राम लगाने तक का काम हो रहा था। पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, कप्तानगंज थाने का प्रभार संभाल रहे सब इंस्पेक्टर बब्बन सिंह को गांव बडहरा बाबू में कच्ची शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री संचालित होने की जानकारी मिली। थाना प्रभारी ने अपने सहयोगियों व आबकारी विभाग के कर्मचारियों के साथ मुखबीर द्वारा बताए घर पर छापा मार दिया। पुलिस व आबकारी विभाग द्वारा मारे गए इस छापे में शराब बनाने के लिए रखी गई करीब 150 लीटर स्प्रिट, 340 शीशियां, देशी शराब के एक मशहूर ब्रांड का रैपर, होलोग्राम व एसेंस की एक शीशी बरामद हुई। एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया। बताते चलें कि पड़ोसी जिला होने के कारण तस्करों द्वारा शराब लगातार बिहार भेजी जा रही है। शराब की कमी को पूरा करने के लिए दूसरे प्रांतों से भी माफिया शराब ला रहे है। इसके बावजूद भी मांग बनी रह रही है। मांग पूरा करने के लिए अब स्प्रिट से कच्ची शराब बनाने की छोटी- छोटी फैक्ट्रियां स्थापित होने लगी हैं। इन फैक्ट्रियों में बनाई गई बेहद नुकसानदेह कच्ची शराब न केवल बिहार भेजी जा रही है बल्कि कुशीनगर जनपद के लाईसेंसी शराब की दुकानों पर खपाई जा रही है। जिससे उत्तर प्रदेश सरकार को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ता था। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से इस गोरखधंधे में संलिप्त लोगों में खौफ है।
Input By : Awadhesh Mall
Published on:
24 Dec 2017 10:37 pm
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