scriptशादी अनुदान योजना के नियमों में बदलाव, अब आवेदनकर्ताओं को करना होगा ये काम | Changes in Rules of Marriage Grant Scheme Shadi Anudan Yojana | Patrika News

शादी अनुदान योजना के नियमों में बदलाव, अब आवेदनकर्ताओं को करना होगा ये काम

locationलखीमपुर खेरीPublished: Sep 14, 2021 08:11:25 am

Submitted by:

Karishma Lalwani

Changes in Rules of Marriage Grant Scheme Shadi Anudan Yojana- यूपी में शादी अनुदान योजना (Shadi Anudan Yojana) को लेकर कुछ नियमों में बदलाव किया गया है। किसी भी तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए आवेदन पत्रों की कई स्तर से जांच की जाएगी। लेखपाल और काननूगो की रिपोर्ट की आगे बढ़ाने से पहले नायब तहसीलदार खुद जांच करेंगे।

Changes in Rules of Marriage Grant Scheme Shadi Anudan Yojana

Changes in Rules of Marriage Grant Scheme Shadi Anudan Yojana

लखीमपुर खीरी. Changes in Rules of Marriage Grant Scheme Shadi Anudan Yojana. यूपी में शादी अनुदान योजना (Shadi Anudan Yojana) को लेकर कुछ नियमों में बदलाव किया गया है। किसी भी तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए आवेदन पत्रों की कई स्तर से जांच की जाएगी। लेखपाल और काननूगो की रिपोर्ट की आगे बढ़ाने से पहले नायब तहसीलदार खुद जांच करेंगे। जब यहां से भी रिपोर्ट आगे बढ़ेगी तो एसडीएम भी पांच फीसदी फार्मों की जांच कराएंगे। इसके अलावा समाज कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग भी अपने स्तर से कुछ आवेदनकर्ताओं की पात्रता जांचेंगे। धनराशि मंजूर करने से पहले सीडीओ भी अपने स्तर पर कुछ फार्मों की जांच कराएंगे।
दरअसल, बीते दिनों शादी अनुदान योजना में कुछ अपात्रों के नाम जोड़े जाने की बात सामने आई थी। बड़े स्तर पर गड़बड़ी पाए जाने के बाद तय हुआ कि अब बहुस्तरीय जांच के बाद ही योजना से संबंधित कार्य आगे बढ़ाया जाएगा। शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में 1500 से अधिक लाभार्थी अपात्र पाए गए हैं। तीन करोड़ से अधिक का गबन हुआ है। यह घोटाला लेखपालों की लापरवाही से हुआ क्योंकि उन्होंने अपने कारीगरों से ही फार्मों का सत्यापन कराया और आगे बढ़ा दिया। कानूनगो, नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम ने भी आंख मूंदकर फार्मों को सत्यापित किया। भविष्य में ऐसी गलती न हो इसके लिए डीएम आलोक तिवारी ने सीडीओ को विशेष कार्ययोजना तैयार करने के लिए कहा है। अब से नायब तहसीलदार, तहसीलदार, एसडीएम और सीडीओ खुद ही जांच करेंगे। अगर किसी अपात्र को लाभार्थी बनाते पकड़े गए तो उनपर मुकदमा होगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो