
लड़के ने स्कूल से आते ही कह दिया कुछ ऐसा, सुनकर पिता को आया हॉर्ट अटैक, हुई मौत
लखीमपुर खीरी. फीस जमा न करने पर बच्चे को स्कूल से निकाले जाने का सदमा एक अधेड़ पिता झेल नहीं सका और उसकी मौत हो गई। पिता अध्यापक से खुशामद कर बच्चों का नाम न काटने की फरियाद लेकर पहुंचा था। लेकिन अध्यापक ने उसे बेइज्जत कर भगा दिया। जिसके बाद ही उसे हृदयाघात हुआ।
फीस नहीं थी जमा, इसलिए स्कूल से निकाला
फूलबेहड़ क्षेत्र के मौजमाबाद गांव निवासी श्रीपाल (40) की बड़ी बेटी मोहिनी (इंटर) और बेटा बब्लू (हाई स्कूल) गांव के ही महामाया इंटर कॉलेज में पढ़ता है। बीते सोमवार को स्कूल में छमाही की परीक्षा शुरु हो गई। जब सुबह बच्चे स्कूल पहुंचे तो उनकी फीस न जमा होने से स्कूल के प्रधानाध्यापक ने उन्हें भगा दिया। जब बच्चों ने घर जाकर स्कूल से भगाने की बात कही तो उनके पिता श्रीपाल स्कूल गए। लेकिन कालेज के प्रधानाध्यापक ने गार्डो के जरिये श्रीपाल को स्कूल में घुसने नहीं दिया और बेइज्जती करके वहां से भगा दिया।
सदमे से पिता की मौत
स्कूल से रोता हुआ श्रीपाल घर वापस आया तभी से दुखी हालत में बैठा रहा। शाम करीब सात बजे दिल का दौरा पड़ने से श्रीपाल की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के एक दर्जन से भी ज्यादा बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया था। वहीं श्रीपाल के पुत्र बब्लू ने बताया कि पिछले छह माह की फीस नहीं जमा थी इसलिये उन्हें स्कूल से भगा दिया गया था। महज मजदूरी ही कमाई जरिया है, इसीलिए स्कूल की फीस का कोई इंतजाम नहीं हो सका था।
आरोपों से किया इनकार
वहीं इस मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक गौतम प्रसाद ने सारे आरोपों से इनकार करते हुए बताया कि दोनों भाई-बहन की पिछले छह माह की करीब आठ हजार रूपए फीस नहीं जमा थी। इसीलिए उनको स्कूल से निकाल दिया गया। केवल उनको ही नही करीब तीन दर्जन से भी ज्यादा बच्चों को परीक्षा में नही बैठने दिया गया है, लेकिन बब्लू के पिता श्रीपाल की स्कूल में न घुसने देने की बात गलत है। श्रीपाल स्कूल आया ही नहीं था।
Updated on:
24 Oct 2018 02:06 pm
Published on:
24 Oct 2018 02:03 pm
बड़ी खबरें
View Allलखीमपुर खेरी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
