ललितपुर. जनपद में अवैध खनन चौतरफा चल रहा है और संबंधित प्रशासन मूकदर्शक बना देख रहा है। यहां के खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह ग्राम सभा की जमीनों, वन विभाग की जमीनों पर खुलेआम धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं। और इस अवैध खनन को जो भी अधिकारी या कर्मचारी रोकने के लिए जाता है तो उसके साथ खनन माफियाओं के गुर्गे जमकर मारपीट कर देते हैं, जिससे कर्मचारियों में भय उत्पन्न हो जाता है। ं
ताजा मामला कोतवाली तालबेहट के आदर्श ग्राम पवा का है। यह आदर्श ग्राम पवा क्षेत्रीय सांसद उमा भारती द्वारा गोद लिया हुआ गांव है, जिसकी पहाड़ी पर कुछ लोग अवैध खनन कर रहे थे। यह पहाड़ी आरक्षित वन क्षेत्र तालबेहट वन रेंज के अंतर्गत है। इस वन रेंज में तैनात वन दरोगा संदीप सिंह जब गश्त के दौरान वहां से गुजर रहे थे तब उन्होंने पहाड़ी के पास एक ट्रैक्टर-ट्राली को देखा जिसमें कुछ मोरंग भरी हुई थी और कुछ मोरंग आसपास के लोग खुदाई कर भर रहे थे, उसने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वहां पर भगदड़ मच गई। ट्रैक्टर को ड्राइवर फूल सिंह स्टार्ट कर भागने लगा जब दरोगा ने उसे रोकने की कोशिश की तो आसपास मौजूद खनन माफियाओं की गुर्गे वहां पहुंच गए और लाठी डंडों से जमकर वन दरोगी की पिटाई कर दी।
वन दरोगा ने सूचना जब अपने उच्चाधिकारियों को देना चाहा तो वहां पर नेटवर्क नहीं आ रहा था जिस कारण वह सूचना नहीं दे सका। जैसे-तैसे उसने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई और सीधा कोतवाली तालबेहट जा पहुंचा, जहां पर उसने लिखित रूप से पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराया एवं मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए एक लिखित तहरीर भी दी।
बताते चलें कि यहां पर तैनात एक वन दरोगा ने लगभग 2 महीने पहले जिला प्रशासन को एक पत्र लिखकर यहां के दबंग खनन माफियाओं के कारनामों से अवगत कराया था एवं यहां से भय बस अपना तबादला करवाने के लिए भी प्रार्थना पत्र दिया था। जनपद में धौर्रा , जाखलौन, बालाबेहट, मड़ावरा, गिरार, तालबेहट, बार आदि अवैध खनन के लिए काफी चर्चित क्षेत्र हंै।