Malnutrition in Lalitpur: ललितपुर जनपद में कुपोषण एक गंभीर समस्या बनकर उभरा है। बावजूद इसके कि प्रशासन ने इसे खत्म करने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन हालात में कोई खास सुधार नहीं देखने को मिल रहा है। आंकड़े बताते हैं कि हजारों बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर गहरा असर पड़ रहा है।
पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि जनपद में कुपोषित बच्चों की संख्या में कोई खास कमी नहीं आई है। यहां तक कि गर्भ में पल रहे बच्चे भी कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज कुमार का कहना है कि कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाता है और गर्भवती महिलाओं को भी पोषक आहार दिया जाता है।
Published on:
30 Jul 2024 11:44 am