टेक्नोलॉजी

दुनिया की सबसे युवा महिला अंतरिक्ष यात्री 2030 में उतरेगी मंगल पर

एलिसा कार्सन बचपन से ही अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती थीं। उनका यह सपना भी पूरा हुआ। आज 20 वर्षीय एलिसा दुनिया की सबसे युवा (प्रशिक्षण में) अंतरिक्ष यात्री है। इतना ही नहीं वे अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा में मंगल ग्रह पर पहले मानव और दुनिया की पहली अंतरिक्ष यात्री के रूप में उतरने की तैयारी कर रही हैं।

2 min read
Mar 24, 2021
दुनिया की सबसे युवा महिला अंतरिक्ष यात्री 2030 में उतरेगी मंगल पर

एलिसा कार्सन 15 साल की उम्र से ही फ्लोरिडा तकनीकी विश्वविद्यालय में एस्ट्रोबायोलॉजी की पढ़ाई कर रही हैं। वह अब तक की सबसे कम उम्र की कॉलेज फ्रेशमैन हैं जिन्हें प्रतिष्ठित एडवांस्ड 'पॉसम स्पेस एकेडमी' प्रवेश दिया गया है। यहां वे एप्लायड एस्ट्रोनॉटिक्स के लिए भी चुन ली गईं। यहां वे पृथ्वी की कक्षा तक उड़ान भरने और अंतरिक्ष यात्रा का प्रशिक्षण ले रही हैं। लेकिन कार्सन यहीं नहीं रुकीं।

दुनिया का पहला स्पेस ट्रेवल बैग भी बनाया

उन्होंने अंतरिक्ष पर्यटन के लिए दुनिया का पहला बैग तैयार किया है जिसे हॉरिजन वन लग्गेज लाइन कहा जाता है। यह बैग अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए अनुकूल सामानों के लिए डिजायन किया गया है। बर्लिन स्थित ट्रैवल ब्रांड हॉरिजन स्टूडियो के सहयोग से कार्सन ने बैग के लिए खास मॉडल तैयार किए हैं। इसे 2030 में नासा के महत्त्वकांक्षी और मंगल ग्रह पर उतरने वाले दुनिया के पहले मानव मिशन को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। यह एक स्पेस फे्रंडली लग्गेज लाइन है। इसे बीते साल हॉरिजन कंपनी ने लिमिटेड एडिशन के तहत प्रस्तुत किया था। इस केबिन ट्रॉली बैग को नासा ने भी अप्रूव्ड किया है। बैग में स्मार्ट-बैटरी चार्जर, 360 डिग्री तक घूमने वाले पहिए और एक एयरोस्पेस-ग्रेड पोलीकार्बोनेट हार्ड केस है।

6 घंटे में पृथ्वी से अंतरिक्ष तक का सफर
कार्सन का कहना है कि अंतरिक्ष पर्यटन अब बहुत दूर नहीं है। कुछ ही सालों में हम 6 घंटे के सफर में पृथ्वी से अंतरिक्ष तक का सफर तय करने लगेंगे। ऐसे में अपने साथ क्या लेकर जाएं इसी को ध्यान में रखकर इस बैग को बनाया गया है। अभी भी इस बैग पर काम चल रहा है। इसके अंतरिक्ष की गुरुत्त्वाकर्षण रहित वातावरण में लचीलेपन, मोड़ने में आसान और कम जगह में ज्यादा सामान जैसी कुछ जरुरतों पर काम किया जाना बाकी है। इस बैग में ऐसी सुविधा भी होगी जिसकी मदद से लोग अंतरिक्ष से पृथ्वी पर अपने घरवालों से भी बातचीत कर सकें। उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए लड़कियों को प्रेरित करते हुए यह भी कहा कि नासा जल्द ही ऐसे प्रोग्राम लाने जा रहा है जो स्कूली बच्चों को प्रशिक्षित करेगा। इसमें महिला-पुरुषों दोनों को एकसमान अवसर मिलेगा। अभी भी नासा जैसी एजेंसियों में हजारों स्पेस इंजीनियर, वैज्ञानिक और अंतरिक्ष यात्रियों की कमी है।

Published on:
24 Mar 2021 05:45 pm
Also Read
View All

अगली खबर