22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

whatsapp free call: ये 4 समस्याएं आएं तो हो जाएं सावधान!

whatsapp के मुफ्त काॅल फीचर को लेकर यूथ में कापफी उत्साह था लेकिन अब यह ठंडा पड़ता जा रहा है। जानें इसकी पूरी हकीकत

2 min read
Google source verification

image

vishal pareek

Apr 20, 2015

व्हाॅट्सएप पर मुफ्त काॅल करने का जोश अब धीरे-धीरे ठंडा पड़ता नजर आ रहा है। कर्इ बार तो एेसा लगता है मानों अाप कोर्इ पुरानी तकनीक के सरकारी फोन पर बात कर रहे हों। इसका कारण तकनीकी है इसलिए इसे दूर करना भी अभी मुशकिल होगा।

पहले तो आप यह जान लें कि व्हाॅट्सएप पर वीआेआर्इपी काॅल की जाती है। वीओआईपी तकनीक में इंटरनेट आईपी के माध्‍यम से कॉल का ट्रांसमिशन किया जाता है। वॉट्सऐप का कॉलिंग फीचर इसी तकनीक पर काम करता है। सभी स्मार्टफोन वीओआईपी तकनीक को सपोर्ट करते हैं।

अब जरा एक नजर डालते हैं कि इस फीचर में क्या समस्याएं आती है।

फ्री नहीं है यह काॅल

वॉट्सऐप से प्रति मिनट की वॉयस कॉलिंग में 0.20 (3G), और 0.35एमबी (2G) डाटा खर्च होता है। अगर आपके मोबाइल में कोई इंटरनेट प्लान नहीं है, तो ऑपरेटर वॉयस कॉलिंग के लिए 4 पैसा प्रति 10KB (3G) और 10 पैसा प्रति 10KB (2Gर) पर शुल्क वसूलते हैं।

इसका मतलब आपको 3G नेटवर्क पर वॉयस कॉलिंग के लिए एक रुपये प्रति मिनट और 2Gर पर 2.50 रुपये प्रति मिनट भुगतान करना होगा। हालांकि इंटरनेशनल वॉयस कॉल करने के लिए यह सस्ता है।

आवाज नहीं सुनार्इ देना

सबसे बड़ी समस्या आवाज की गुणवत्ता और समय को लेकर है। बोलने के चार से पांच सेकेंड बाद आवाज गूंजते हुए दूसरे के कानों तक पहुंचती है।

कई बार सामने वाला अपनी बात कह जाता है, लेकिन आप नहीं सुन पाते हैं। बात करते हुए कॉल कट जाना भी आम है।

फोन की घंटी नहीं बजना

कई बार सामने वाला आपको फोन करेगा, लेकिन आपके फोन में घंटी नहीं बजेगी, जबकि उसके फोन से घंटी जाती रहेगी। कुछ देर बाद आपको मिस्ड कॉल को नोटिफिकेशन मिलेगा।

हद तो तब हो जाती है, जब यह नोटिफिकेशन बार-बार कई बार तो दो से तीन दिन तक दिखाई देता है।

नेटवर्क नहीं तो बात नहीं
सफर करते हुए या किसी ऐसी जगह जहां नेटवर्क आता-जाता है, वॉट्सऐप का कॉलिंग फीचर आपको निराश करता है।

क्या है इन समस्याआें का हल
वीओआईपी कॉलिंग के लिए बेहतर इंटरनेट स्पीड की आवश्यकता होती है। भारत इस मामले में अभी पिछड़ा हुआ है। अकामाई टेक्नोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत का दुनिया में 115वां स्‍थान है।

देश में इंटरनेट की औसत स्पीड 2एमबीपीएस है। वहीं, द.कोरिया में यह 22.2, अमेरिका में 11.1, ऑस्ट्रेलिया में 7.4 और चीन में 3.4एमबीपीएस है। भारत के सिर्फ 1.1 फीसदी इंटरनेट उपभोक्ता ही 10एमबीपीएस इंटरनेट स्पीड का इस्तेमाल करते हैं।

4G एलटीई है विकल्प

विशेषज्ञों के मुताबिक 4G एलटीई, जिसे आमतौर पर 4G कहते हैं, वीओआईपी कॉलिंग के लिए बेहतरीन विकल्प है। भारत के चुनिंदा शहरों में ही 4G सेवा उपलब्‍ध है। एयरटेल की 4G सेवा के पोस्टपेड प्लान की कीमत 600 रुपए से दो हजार रुपये महीना है और इसका खर्च उठा पाना हर किसी के लिएसंभव नहीं है।