
Bel Juice
Bel Juice : गर्मी के दिनों में जब तेज धूप से हालत खराब हो जाती है तब बेल का शरबत किसी राहत से कम नहीं लगता। यह शरीर को ठंडक देने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन अक्सर ये सवाल उठता है कि बेल के शरबत में चीनी डालनी चाहिए या बिना चीनी के पीना चाहिए? आइए जानते हैं, बेल के शरबत से जुड़ी जरूरी बातें आसान भाषा में जानते हैं।
बेल के फल में ठंडक देने वाले गुण होते हैं। यह पेट को ठंडक देता है, पाचन को सुधारता है और लू से बचाता है। बेल में फाइबर, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर पाए जाते हैं। बेल का शरबत गर्मी के मौसम में शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने का एक बेहतरीन तरीका है। यह पेट की कई समस्याओं जैसे कब्ज, गैस और एसिडिटी में भी आराम देता है।
बेल का स्वाद हल्का मीठा और खुशबूदार होता है। कई लोग शरबत बनाते समय स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें चीनी मिलाते हैं। चीनी से शरबत का स्वाद तो बेहतर हो जाता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में चीनी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। खासतौर पर जिन लोगों को डायबिटीज है या जो वजन कम करना चाहते हैं। उन्हें बेल के शरबत में चीनी डालने से बचना चाहिए। ज्यादा चीनी न केवल कैलोरी बढ़ाती है, बल्कि पेट की गड़बड़ियों का खतरा भी बढ़ा सकती है।
अगर आप हेल्दी शरबत चाहते हैं तो बेल के गूदे को पानी में अच्छे से घोलें। फिर उसे छानकर ठंडा कर लें। अगर आप मीठा स्वाद चाहते हैं तो थोड़ी मात्रा में शहद मिला सकते हैं। शहद नेचुरल मिठास देता है और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। कुछ लोग गुड़ का भी इस्तेमाल करते हैं, जो चीनी से बेहतर ऑप्शन है। नींबू का रस मिलाने से भी स्वाद बढ़ता है और शरबत फ्रेश बना रहता है।
डायबिटीज के मरीज: बेल का शरबत बिना चीनी के ही पीना चाहिए ताकि ब्लड शुगर कंट्रोल में रहे।
वजन कम करने वाले: जो लोग डाइट पर हैं या वजन घटाना चाहते हैं। उन्हें भी बिना चीनी का शरबत पीना चाहिए।
बच्चे और बुजुर्ग: बच्चों और बुजुर्गों को हल्का मीठा शरबत दिया जा सकता है, लेकिन ज्यादा मीठा नहीं होना चाहिए।
गर्मी में लू से बचने वाले: अगर आप बेल का शरबत लू से बचाव के लिए पी रहे हैं तो भी कम चीनी वाला शरबत ज्यादा असरदार रहेगा।
Published on:
26 Apr 2025 02:57 pm
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