
Cinnamon benefits in diabetes
Cinnamon for Diabetes: लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से डायबिटीज आजकल एक सामान्य समस्या बन चुकी है। यह बीमारी शरीर में बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल के कारण होती है, जिसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। इसे नियंत्रण में रखने के लिए हमें आहार में बदलाव करने के साथ-साथ कुछ दवाओं की भी जरूरत पड़ती है। ब्लड शुगर को सामान्य बनाए रखने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी प्रभावी साबित हो सकते हैं। इन्हीं में से एक है दालचीनी (Cinnamon) का सेवन, जो शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। दालचीनी एक प्राकृतिक औषधि है जो शुगर को कंट्रोल करने में कारगर साबित हो सकती है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के इलाज में दालचीनी किस प्रकार मददगार हो सकती है।
डायबिटीज को नियंत्रित रखने के लिए दालचीनी का सेवन लाभदायक हो सकता है। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि यह डायबिटीज के रोगियों के लिए सुरक्षित नहीं है, लेकिन कई शोधों में यह बात सामने आई है कि इसका नियमित सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। NLM (National Library of Medicine) के रिसर्च के अनुसार, दालचीनी बार-बार भूख लगने की समस्या को कम करती है और ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित करने में सहायक होती है। इसके साथ ही यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाती है।
दालचीनी पाउडर: दालचीनी पाउडर को गर्म पानी या चाय में मिलाकर पिया जा सकता है। इससे इसके पोषक तत्वों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
दालचीनी की चाय: दालचीनी की चाय बनाने के लिए इसके टुकड़ों को गर्म पानी में भिगोकर कुछ देर बाद छान लें और पी लें। यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है।
भोजन में शामिल करना: दालचीनी को विभिन्न व्यंजनों में जैसे सब्जी, दाल या मिठाइयों में मिलाया जा सकता है ताकि इसके हेल्दी तत्वों का लाभ मिल सके।
मात्रा: एक दिन में 1/4 से 1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करना पर्याप्त हो सकता है। इससे इसके लाभ मिल सकते हैं और दुष्प्रभावों से भी बचा जा सकता है।
डॉक्टर की सलाह: दालचीनी का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें, खासकर यदि आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
03 May 2025 12:50 pm
बड़ी खबरें
View Allलाइफस्टाइल
ट्रेंडिंग
स्वास्थ्य
